साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा है कि नाली और शौचालय साफ़ कराना मेरा काम नहीं है। इस पर बीजेपी की इतनी किरकिरी हुई कि पार्टी नेतृत्व ने प्रज्ञा की क्लास ली। प्रधानमंत्री की चेतावनी के बावजूद वह क्यों देती रही हैं विवादास्पद बयान? देखिए आशुतोष की बात में क्या है पूरा मामला।
आदर्श चुनाव आचार संहिता तोड़ने के आरोपों को लेकर दिए गए नोटिस का सीधा-सीधा जवाब देने के बजाय प्रज्ञा सिंह ने चुनाव आयोग के नोटिस पर ही तमाम सवाल उठा दिए हैं।