एक और काला सोमवार! शेयर बाज़ार में हाहाकार! अब कहां जाएगा बाज़ार? एक झटका है संभल जाएगा? या अब बड़ी गिरावट की तैयारी है। बाज़ार में क्या करें और क्या न करें? आलोक जोशी के साथ शेयर बाज़ार के जानकार अजय बग्गा और ट्रेड स्विफ्ट ग्रुप के संदीप जैन।
अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बाद समूह ने सफाई दी कि जिस खबर की वजह से उनके शेयरों में गिरावट आई थी वो खबर ही सही नहीं थी। इसके बाद गिरावट न सिर्फ थम गई बल्कि कई शेयर काफी सुधरकर बंद हुए।
अर्थव्यवस्था का आईना समझा जाने वाला शेयर बाज़ार इस समय छलांगें लगा रहा है जबकि जीडीपी की दर माइनस में जा रही है। ऐसी मंदी कभी देखी नहीं गई थी और 2021 में भी इसके सुधरने के आसार कम ही हैं।
दस दिनों की तेज़ी के बाद शेयर बाज़ार में तेज़ गिरावट क्या कहती है? दुनिया भर के संकेतों से डरना चाहिए या ट्रेडरों की सुनकर डटे रहना चाहिए? आलोक जोशी की टिप्पणी।Satya Hindi
मल्टीकैप फंड पर सेबी के नए नियमों से खलबली! बड़े शेयरों में बिकवाली का डर! छोटे शेयरों में ख़रीदारी की उम्मीद! लेकिन इस झाँसे में फँसे तो नुक़सान होगा। आलोक जोशी की चेतावनी!
कंपनी ने बेचा कुछ नहीं और शेयर उछल गया चालीस गुना! अट्ठाईस लाख नए डीमैट अकाउंट! इकोनॉमी मंदी की चपेट में और शेयर बाज़ार आसमान की ओर? यह सब बाज़ार में गंभीर ख़तरे के संकेत हैं! सावधान!
Reliance के शेयर का चौथाई हिस्सा यानी पार्टली पेड शेयर आज सात सौ रुपए से ऊपर का बिक रहा था। जबकि उसका चार गुना यानी पूरा शेयर क़रीब सोलह सौ का। क्या है यह गोरखधंधा? समझिए आलोक जोशी के साथ।
शेयर बाज़ार में भारी गिरावट। क्या यह ख़रीद का मौक़ा है? क्या बॉटम बन गया? क्या अब पैसे लगा दें? बहुत से लोग ऐसे सवाल पूछ रहे हैं। तो बहुत से यह भी पूछ रहे हैं कि शेयर क्या होता है और इसमें पैसा कैसे लगाते हैं? सीएनबीसी आवाज़ के पूर्व संपादक आलोक जोशी बता रहे हैं कि शेयर होता क्या है!
एग्ज़िट पोल के नतीजों से शेयर बाज़ार जिस तेज़ी से आगे बढ़ा है, वह अस्थायी हो सकता है। शेयरों की क़ीमतें एक बार फिर गिर सकती हैं, क्योंकि आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है।