मोदी की लोकप्रियता में भारी गिरावट के क्या मायने हैं? क्या प्रधानमंत्री पद के लिए लोग अब योगी और राहुल की ओर देखने लगे हैं? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- अभय दुबे, संजय कुमार और यशवंत देशमुख-
तालिबान के कब्ज़े से क्या अफगानिस्तान आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना बनेगा? क्या अल क़ायदा और इस्लामिक स्टेट जैसे संगठनों को तालिबान से मदद मिलेगी? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- डॉ. वेद प्रताप वैदिक, क़ुरबान अली, फिरोज़ मीठीबोरवाला, सज्जाद अज़हर पीरज़ादा
मोदी विभाजन की याद क्यों दिलाना चाहते हैं? क्या इसके पीछे हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण की राजनीति है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- प्रो. राम पुनियानी, गौहर रज़ा, प्रो. अपूर्वानंद, शीतल पी सिंह और नीरेंद्र नागर
ताक़त का इस्तेमाल, महिलाओं से बदसलूकी और निर्धारित समय से पहले सत्रावसान, क्या मोदी सरकार इसी तरह संसद चलाना चाहती है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-एन के सिंह, राजेश बादल, क़ुरबान अली, विजय त्रिवेदी, अनिल त्यागी और प्रिया सहगल-
संविधान संशोधन से ओबीसी आरक्षण पर क्या असर पड़ेगा? क्या कोटा बढ़ेगा? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- विनोद अग्निहोत्री, सतीश के सिंह, शरद गुप्ता, डॉ। अनिल यादव और डॉ लक्ष्मण यादव
क्या विपक्षी दलों ने राहुल को नेता को तैर पर कबूल कर लिया है? क्या वे विपक्ष को एक करने में कामयाब होंगे? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-श्रवण गर्ग, विनोद शर्मा, विनोद अग्निहोत्री और अशोक वानखेड़े
क्या लालू यादव राष्ट्रीय स्तर और बिहार में नई बिसात बिछा रहे हैं? क्या वे नीतीश को अपने साथ लाने में कामयाब होंगे? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- सतीश के सिंह, निवेदिता, अनिल सिन्हा, समी अहमद और ऋषि मिश्रा-
क्या राजनीतिक नुक़सान होने के डर से बीजेपी जाति आधारित जनगणना नहीं करवाना चाहती? ऐसा करने से फ़ायदा किसको होगा? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं- विजय त्रिवेदी, दिलीप मंडल, डॉ. रविकांत, डॉ. सतीश प्रकाश -
क्या है प्रशांत किशोर की ‘काँग्रेस सुधार योजना’ का सच? क्या काँग्रेस उन्हें उद्धारक बनाने को तैयार होगी? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं राजेश बादल, अशोक वानखेड़े, सतीश के सिंह, अरविंद सिंह-
नीतीश ने 16 साल में बिहार का क्या किया? नीति आयोग की रिपोर्ट में वह सबसे पिछड़ा राज्य क्यों है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-एन. के. सिंह, एन. आर. मोहंती, शैलेश, अनिल सिन्हा, समी अहमद
ममता बैनर्जी विपक्षी एकता के लिए इतनी जल्दबाज़ी क्यों कर रही हैं? क्या वे खुद को भावी प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने का इरादा रखती हैं? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-विनोद शर्मा, राधिका रामशेषन, गौतम लाहिड़ी, नीरेंद्र नागर और आलोक जोशी-
जाति-आधारित जनगणना की माँग का औचित्य क्या है? मोदी सरकार उसके लिए क्यों तैयार नहीं है? प्रो. मुकेश कुमार बात कर रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार प्रो. दिलीप मंडल से-
बीजेपी नेताओं द्वारा किसानों को ग़ालियाँ देने का सिलसिला रुक क्यों नहीं रहा वे उनसे घृणा क्यों करते हैं डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं शरत् प्रधान, शीतल पी सिंह, विजय त्रिवेदी, युद्धवीर सिंह और पुष्पेंद्र सिंह
बीएसपी अगर ब्राम्हणों को लुभाने में लगी है तो उसमें ग़लत क्या है? चुनाव जीतने के लिए दूसरे दल जैसे जातीय गँठजोड़ बनाने की कवायद नहीं कर रहे हैं, क्या वह बीसपी की कोशिश से अलग है? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं विनोद अग्निहोत्री, शरद गुप्ता, डॉ. रविकांत, डॉ. सतीश प्रकाश
क्या मोदी सरकार मीडिया से डर गई है? क्या इसीलिए उसने मीडिया संस्थानों पर छापे मारे हैं? मुकेश कुमार के साथ चर्चा में हिस्सा ले रहे हैं-संतोष भारतीय, प्रोनंजय गुहा ठाकुरता, क़ुरबान अली, शीतल पी सिंह, डॉ. राकेश पाठक