आमतौर पर टीवी, अख़बारों, प्रचार माध्यमों बिलबोर्डों में छाये रहने वाले मोदी कोरोना के संकट में क्यों ग़ायब हो गये ? लंदन की मशहूर पत्रिका द इकानामिस्ट ने ये सवाल पूछा है । आशुतोष के साथ चर्चा में शिवकांत, हरि कुमार, कार्तिकेय बत्रा और तुहिन सिन्हा ।
कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के रवैये की विज्ञान की पत्रिका लांसेट के बाद अब प्रतिष्ठित 'द इकोनॉमिस्ट' ने तीखी आलोचना की है। इसने लिखा है कि जब कोरोना की दूसरी लहर से देश त्रस्त था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग़ायब थे।
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