पश्चिम बंगाल में पहले चरण के लिए 30 विधानसभा सीटों पर शनिवार को शाम 6.30 बजे मतदान खत्म हो गया। चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में लगभग 79.79 फ़ीसदी लोगों ने वोट डाले, जबकि असम में 47 सीटों के लिए 72.30% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
पश्चिम बंगाल बीजेपी को तब शर्मिंदगी जैसी स्थिति से गुजरनी पड़ी जब बीजेपी उम्मीदवार के रूप में घोषित किए गए दो लोगों ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। दोनों में से एक सिखा मित्रा ने तो कह दिया कि उनसे सहमति नहीं ली गई।
पश्चिम बंगाल चुनाव में विपक्षी दलों से सांप्रदायिक होने के आरोपों का सामना कर रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट यानी आईएसएफ़ ने अपने उम्मीदवारों की सूची से चौंका दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दूसरी बार चुनावी मंच से चंडीपाठ किया है। बीजेपी की ओर से लगातार चुनावी रैलियों में ‘जय श्री राम’ के धार्मिक उद्घोष का राजनीतिक नारे के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है।
पश्चिम बंगाल चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में नाम आने के बाद स्वपन दासगुप्ता को राज्यसभा सांसद से अयोग्य क़रार दिए जाने की मांग उठी है। तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ने इसकी माँग की है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद लॉकेट चटर्जी, निशीथ प्रामाणिक और राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता को विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बना कर उतार दिया है।
पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ममता बनर्जी की 10 साल पुरानी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है, हिन्दुत्व का इस्तेमाल कर रही है, बनर्जी भी इसके मुकाबले सॉफ्ट हिन्दुत्व का कार्ड निकाला है।