चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग क्या चीन के इतिहास में माओ से आगे निकलना चाहते हैं? जानिए, शीन जिनपिंग के ऐतिहासिक प्रस्ताव के क्या हैं मायने और वह माओ और देंग शियाओपिंग से कैसे अलग हैं।
चीनी सेना ने देमचोक गांव में छह जुलाई को अपने सैनिक भेजे। देमचोक गांव में कुल 31 घर हैं जहां 78 लद्दाखी रहते हैं। यही लद्दाखी लोग दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे तब चीनी सैनिक कई वाहनों पर सवार होकर बड़े चीनी झंडे लेकर भारतीय इलाक़े में घुसे।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी इस महीने अपनी स्थापना शताब्दी मना रही है। राजधानी बीजिंग के तियानन्मैन चौक में हुए भव्य शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति शी जिन्पिंग ने कहा कि चीन किसी की धौंस में नहीं आएगा। जो चीन को दबाने की ज़ुर्रत करेगा उसका सिर तोड़ दिया जाएगा।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सेंट्रल कमेटी के आला नेताओं की चार दिनों तक चले सालाना अधिवेशन के बाद 29 अक्टूबर को जो नतीजे घोषित किये गए हैं उससे साफ हुआ है कि चीन की सत्ता पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पकड़ मजबूत बनी हुई है।
‘द रूम व्हेयर इट हैपेंड’ शीर्षक किताब में बोल्टन ने कई बड़े ख़ुलासे किए हैं। ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में छपे अंश में बताया गया है कि दुबारा चुनाव जीतने में मदद के लिए ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आग्रह किया था।
चीन ने लद्दाख में गलवान घाटी पर अवैध क़ब्ज़ा कर लिया है और उसकी सेना ने भारतीय सेना के एक कर्नल और 20 जवानों को मार दिया है। क्या यह साम्राज्यवादी नीतियों के कारण नहीं है?
चीन आजकल हमारी ख़बरों के केंद्र में है। दरअसल, यह अमेरिकी ख़बरों के केंद्र में है और हमारे यहाँ उसकी कॉपी हो रही है। अमेरिका में यह चुनावी साल है और पश्चिम के लिये मौजूदा विलेन चीन है! हांगकांग में बैठे समर अनार्य से यह प्रसंग डिकोड करा रहे हैं शीतल पी सिंह।
अमेरिका करोना संकट में बुरी तरह फँस गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों के कारण अंतरराष्ट्रीय जगत में भी वह खलनायक बनता जा रहा है। ऐसे में चीन के लिए दुनिया की लीडरशिप हासिल करने का अच्छा मौक़ा है और वह इसका इस्तेमाल भी कर रहा है। वह तमाम देशों की मदद कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे उपायों म़े कोआर्डिनेशन भी। देखिए मुकेश कुमार का विश्लेषण।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुँच चुके हैं। सरकारी हवाई कंपनी एअर चाइना के हवाई जहाज़ से अपने कई सहयोगियों के साथ जिनपिंग पहुँचे हैं।
गुरुवार दोपहर बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत पहुँच रहे हैं। पर इस बैठक से दोनों देशों के बीच कितना भरोसा बढ़ेगा और रिश्तों में कितनी मजबूती आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।