बिहार चुनाव में अचानक से आरक्षण का मुद्दा आ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे उछाला है। नीतीश कुमार ने जातियों की आबादी के हिसाब से आरक्षण की बात कही है। नीतीश अपने लिए वोटबैंक का जुगाड़ कर रहे हैं या बीजेपी को नुक़सान पहुँचा रहे हैं?
फ्रांस में कोरोना संक्रमण नियंत्रित हो गया तो 27 मई को एक दिन में सिर्फ़ 191 नये केस आए थे। 25 अक्टूबर को एक दिन में 52 हज़ार से ज़्यादा केस आए हैं। यह एक दिन में फ्रांस में सबसे ज़्यादा केस है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आ चुकी है।
समलैंगिक संबंधों को क़ानूनन वैध माने जाने के बाद अब समलैंगिक शादी के हक की लड़ाई की तैयारी की जा रही है। इसके लिए इसी महीने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
हर रोज़ भेदभाव और अपमान झेलते रहे दलितों को हाथरस मामले ने किस हद तक झकझोर दिया है? यह इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस घटना के बाद कम से कम 236 दलितों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। एनसीआर में ही।
नफरत फैलाने वाली झूठी ख़बरों ने भारत की सेना को भी नहीं छोड़ा। सेना में 'मुसलिम रेजिमेंट' नाम का झूठ फैलाया जा रहा है। इसको लेकर पूर्व नौसेना प्रमुख सहित 120 पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है।
हाथरस मामले में आरोपियों के पक्ष में सवर्ण समाज के एकजुट होने और पंचायत करने से तनाव फैलने के आसार हैं। पूर्व विधायक राजवीर सिंह पहलवान ने तो चारों आरोपियों को निर्दोष बताया है। आख़िर आरोपियों के समर्थन में क्यों आ जाता है सवर्ण समाज?
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले हर रोज़ सबसे ज़्यादा आ रहे हैं। कुल संक्रमितों के मामले में भी भारत अब बस अमेरिका से ही पीछे है। अमेरिका, ब्राज़ील व भारत के अलावा दुनिया के दूसरे देशों में स्थिति इतनी ख़राब क्यों नहीं?
सुदर्शन टीवी के 'यूपीएससी जिहाद' कार्यक्रम को लेकर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह संदेश मीडिया में जाए कि किसी भी समुदाय को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
क्या लॉकडाउन में अपने घर वापस जाने के दौरान मारे गए प्रवासी मज़दूरों के परिवार वालों को हर्जाना दिया गया है? केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कहा कि प्रवासी मज़दूरों की मौत का आँकड़ा ही नहीं है तो हर्जाना देने का सवाल ही नहीं उठता है।
भारत चीन सीमा तनाव के बीच भारत और जापान के बीच सैन्य समझौता हुआ है। जापान ऐसा छठा देश हो गया है जिसके साथ भारत का युद्धपोत साझा करने, लॉजिस्टिक सपोर्ट का समझौता है।
सुशांत की मौत के मामले में चुनाव से पहले बिहार बीजेपी का कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ ने पोस्टर क्यों जारी किया है जिस पर लिखा है- ना भूले हैं! ना भूलने देंगे!!' इसने 'सुशांत के लिए न्याय' अभियान क्यों छेड़ रखा है?
सुप्रीम कोर्ट ने जिस अनुसूचित जाति एवं जनजाति को उपवर्ग में बाँटने की संभावना को लेकर इस हफ़्ते फ़ैसला दिया है, उस मसले पर अधिकतर राज्यों की सहमति नहीं रही है।
कोरोना संक्रमण अब इतनी तेज़ी से फैलने लगा है कि जहाँ 30 जनवरी से लेकर जून माह तक पाँच महीनों में क़रीब 5 लाख 85 हज़ार केस आए थे वहीं अकेले जुलाई में ही 10 लाख से ज़्यादा केस आ चुके हैं।
जब सिर्फ़ चार महीने के लॉकडाउन से देश ही नहीं, बल्कि राज्यों की भी अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है तो फिर जम्मू-कश्मीर में जहाँ 11 महीने से लॉकडाउन है वहाँ क्या हालत होगी! क्या इसकी कल्पना की जा सकती है?
राहुल गाँधी का एक वीडियो चौंकाता है। इस वीडियो को राहुल गाँधी ने आज ही जारी किया है। मोदी सरकार की नीतियों की विफलता को लेकर। यह चौंकाने वाली बात नहीं हो सकती क्योंकि वह ऐसा पहले भी करते रहे हैं।
भारत की जनसंख्या को लेकर एक ऐसा आँकड़ा आया है जिससे सवाल उठता है कि कहीं भारत में भी चीन की तरह ही युवाओं की अपेक्षा बुजुर्गों की आबादी ज़्यादा तो नहीं हो जाएगी?
पहले कोरोना दवाओं की डकैती के आरोप लगे थे और अब एक तरह से दवा की जमाखोरी का आरोप लगा है। यह आरोप उत्तर कोरिया जैसे किसी दुश्मन देश ने नहीं, बल्कि इंग्लैंड जैसे देश ने लगाया है।
उस बच्चे का एक वीडियो सामने आया है जो तसवीरों में उस मृत व्यक्ति के ख़ून से लथपथ शव के पास दिखा था। इसमें बच्चा उस घटना के बारे में बयाँ कर रहा है कि उस व्यक्ति पर किसने गोली चलाई।
कई कोरोना मरीज़ ऐसी मनोस्थिति में चले जा रहे हैं जो काफ़ी डरावनी है। कई मरीज़ों को लगा कि उनकी हत्या की जा रही है। किसी को लगा कि उन्हें ज़िंदा जलाया जा रहा है। यह बिल्कुल डरावने सपने जैसा है।
भारत चीन सीमा तनाव के बारे में चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने अजीब आशंका व्यक्त की है कि अगर जुलाई में भारत में कोरोना बढ़ा तो भारत दोनों देशों में तनाव बढ़ा सकता है।
चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक कैसे शहीद हो गए और वहाँ किस तरह का घटनाक्रम चला, इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। आख़िर वहाँ हुआ क्या था?
अमेरिका में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या अब 20 लाख से ज़्यादा हो गई है। आख़िर अमेरिका में इतने संक्रमण के मामले क्यों आ रहे हैं कि दूसरा कोई देश इसके आसपास भी नहीं है?
जैसी कि पहले से आशंका थी कोरोना वायरस और लॉकडाउन से लोगों की मानसिक स्वास्थ्य की दिक्कतें बढ़ेंगी, अब इसके आँकड़े भी आने लगे हैं। एक हेल्पलाइन पर दो महीने में 45 हज़ार लोगों ने संपर्क किया है।