गाँधीजी के जीवन, विचार और आदर्शों को लेकर दुनियाभर में दिलचस्पी लगातार बढ़ती गई है। ईसा मसीह के बाद उनके जीवन और विचारों के बारे में ही सबसे ज़्यादा किताबें लिखी गयी हैं। क्यों?
2019 के चुनाव में अपने अनुयायियों के साथ वोट माँगनेवाले सभी नेताओं को यह याद रखना चाहिए कि हमें विरासत में मिली बहुमूल्य उपलब्धियों को सहेजना और अगली पीढ़ी को सौंपना आज के नेतृत्व की ज़िम्मेदारी है।
राजनीतिक साहस, संगठन-क्षमता में बेजोड़ होने के कारण जॉर्ज करिश्माई व्यक्तित्व के स्वामी थे। सामाजिक-आर्थिक न्याय के मोर्चों पर उनकी बहादुरी को देश नहीं भूलेगा।