कोरोना वायरस ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि किसी अपने की मृत्यु पर अंतिम संस्कार में भी परिवार का सदस्य शामिल नहीं हो पाए। कर्नाटक के बेंगलुरु में ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
पंजाब की कांग्रेस सरकार ने भी लॉकडाउन और कर्फ्यू को 1 मई तक बढ़ाने का फ़ैसला किया है। इससे पहले उड़ीसा सरकार लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का एलान कर चुकी है।
लोगों के बीच में जाकर खुलकर छींकने की फ़ेसबुक पोस्ट लिखने वाले इंफ़ोसिस के कर्मचारी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इंफ़ोसिस ने उसे नौकरी से निकाल दिया है।
एआईएमआईएम यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रवक्ता वारिस पठान ने फिर विवादित बयान दिया है। नागिरकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि 100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी पड़ेंगे।
भारतीय जनता पार्टी पर ध्रुवीकरण का आरोप लगता रहता है। हाल की एक घटना में कर्नाटक के बीजेपी के एक सांसद ने मुसलमानों पर मसजिद में नमाज पढ़ने के बजाय वहाँ हथियार रखने के आरोप लगा कर सनसनी फैला दी है।
नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों के दौरान मेंगलुरू में मारे गए लोगों के परिवारों को राज्य की येदियुरप्पा सरकार ने 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की थी।
कर्नाटक में अयोग्य घोषित किए गए विधायकों को पार्टी में शामिल करने और 5 दिसंबर को होने वाले उपचुनाव में उन्हें टिकट देने के मुद्दे पर राज्य बीजेपी अंदर ही अंदर बुरी तरह बँट गई है।
टीपू सुल्तान पर फिर विवाद हो गया है। मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने संकेत दिए हैं कि उनकी सरकार माध्यमिक स्कूलों के इतिहास की किताब से टीपू सुल्तान के पाठ को हटाने की तैयारी कर रही है।