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प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी सीट से भरा पर्चा

लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में अपना पर्चा भर दिया। यह दूसरी बार है जब वह वाराणसी से नामाँकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिरोमणी अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान और दूसरे एनडीए नेता मौजूद रहे। एनडीए के बड़े नेताओं की मौजूदगी और एक दिन पहले मोदी के रोड शो को बीजेपी के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है। बीजेपी इससे यह दिखाने की कोशिश भी की कि बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए चुनाव में काफ़ी मज़बूत स्थिति में है।

एक दिन पहले गुरुवार को मोदी ने एक मेगा रोड शो किया था। इसमें हज़ारों की तादाद में लोग शामिल हुए। 7 किलोमीटर लंबा रोड शो दशाश्वमेध घाट पर ख़त्म हुआ। उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर ही गंगा आरती में भाग लिया और गंगा की पूजा-अर्चना भी की थी। उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे भी मौजूद रहे थे।
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प्रियंका नहीं लड़ेंगी मोदी के सामने

कांग्रेस ने तमाम अटकलों को ख़त्म करते हुए वाराणसी से अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। कांग्रेस ने अजय राय को इस सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। अजय राय पिछली बार भी इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार थे। बता दें कि प्रियंका गाँधी को कांग्रेस का महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद से ही यह अटकलें लगायी जा रही थीं कि उन्हें मोदी के ख़िलाफ़ वाराणसी से मैदान में उतारा जा सकता है। ख़ुद प्रियंका गाँधी ने कई बार यह कहा था कि अगर पार्टी का निर्देश होगा तो वह कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कई साक्षात्कारों में इस बात के संकेत भी दिए थे कि वाराणसी को लेकर कोई चौंकाने वाला नाम आ सकता है। 

श्रीलंका में आतंकी हमला भी भारत में चुनावी मुद्दा?

वाराणसी में रोड शो से पहले मोदी ने बिहार के दरभंगा और उत्तर प्रदेश के बांदा में रैलियों को संबोधित किया। मोदी ने फिर से श्रीलंका में आतंकी हवालों का ज़िक्र करते हुए पूछा कि जिस आतंकवाद ने श्रीलंका में 350 से ज़्यादा मासूमों की जान ले ली, क्या यह मुद्दा नहीं है? उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे पड़ोस में आतंक की फैक्ट्री चल रही है और महामिलावटी कहते हैं कि आतंकवाद मुद्दा ही नहीं है। बता दें कि मोदी विपक्षी दलों के गठबंधन को महामिलावटी कहकर निशाना साधते रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘महामिलावट करने वालों, आपके लिए आतंकवाद मुद्दा नहीं होगा, लेकिन नए भारत में ये बहुत बड़ा मुद्दा है। ये नया हिन्दुस्तान है, ये आतंक के अड्डों में घुसकर मारेगा।’ 

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विपक्षी दलों पर साधा निशाना

मोदी ने इन रैलियों में विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि ग़रीब के घर बिजली पहुँचाने का काम कांग्रेस की सरकार भी कर सकती थी, लालटेन की सरकार भी कर सकती थी। उन्होंने कहा कि लेकिन ये लोग अपना-अपना कुनबा भरने में जुटे हुए थे। प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 में आपने कांग्रेस की नीयत को पहचाना और इस चौकीदार को ज़िम्मेदारी सौंपी।

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क़मर वहीद नक़वी

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