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क्या शिवराज की पत्नी ने कविता चुराई? दोनों ट्रोल हुए

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह पर कविता चोरी करने का आरोप लगा है। मुख्यमंत्री ने उसे साधना सिंह की ‘कविता’ बताकर सोशल मीडिया पर साझा किया था। कविता चुराने और यह उसकी अपनी होने की दावा करने वाली भूमिका बिरथरे ने सीधे सीएम से सवाल करते हुए कहा है, ‘भाँजी हूँ आपकी, मेरी कविता चुराकर आपको क्या मिलेगा?’

सीएम शिवराज और उनकी पत्नी से जुड़ा पूरा मामला बेहद दिलचस्प है। सीएम ने 22 नवंबर को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की थी।

इस पोस्ट में सीएम ने कहा था, ‘मेरी धर्मपत्नी ने स्वर्गीय बाबूजी (साधना सिंह के पिता घनश्याम दास मसानी) के पुण्य स्मरण और जीवटता को कुछ पंक्तियों में पिरोया है: - इस संक्षिप्त भूमिका के बाद सीएम ने पूरी कविता पोस्ट कर दी थी।

भूमिका ने दावा किया है, ‘जिस कविता को साधना सिंह का बताया गया है, वह उसकी (भूमिका की) अपनी है। इस कविता को अपने डैडी की याद में उसने 21 नवंबर को सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था।’

भूमिका का आरोप है कि साधना सिंह ने इस कविता को कट-पेस्ट भर किया है। कविता को अपने नाम से कट-पेस्ट करने के पहले ‘डैडी’ शब्द को ‘बाबूजी’ करने की जहमत भर की गई है। मुख्यमंत्री जी ने कविता को शेयर करते हुए साधना सिंह की लिखी कविता बता दिया है।’

भूमिका का यह भी है दावा

भूमिका ने लिखा है, ‘वह अपने पिता को डैडी कहा करती थीं। सोशल मीडिया पर इसे कुछ लोग बाबूजी, बाऊजी और पापा सरीखे के शब्दों से शेयर कर रहे हैं।’ भूमिका यहीं नहीं रुकीं शब्दों में हेरफेर पर तीखा ऐतराज़ जताते हुए उन्होंने यह भी कहा है, ‘कविता के शब्द बेहद व्यक्तिगत हैं। इससे उनकी भावनाएँ जुड़ी हुई हैं। इसे तोड़-मरोड़कर कविता के साथ अन्याय न करें।’

सीएम की सफ़ाई नहीं आई

भूमिका के दावे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी धर्मपत्नी साधना सिंह की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया या सफ़ाई अभी तक सामने नहीं आयी है। मुख्यमंत्री या सरकार से जुड़े मामलों में बयानबाज़ी करने वाले बीजेपी संगठन और सरकार में बैठे लोग भी किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने के लिए सामने नहीं आये हैं।

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कांग्रेस ने ली सीएम-साधना की चुटकी

मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री को जमकर आड़े हाथों लिया है। यादव ने कहा है, ‘नाम बदलने में बीजेपी माहिर है, यह बात एक बार फिर उजागर हो गई है। पहले कांग्रेस की योजनाओं के नाम बदलते थे, फिर शहरों के नाम बदलने लगे। और अब तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी दूसरों की लिखी हुई कविताओं को भी अपनी धर्मपत्नी के नाम लिखी कविता बताने लगे हैं।’

यादव ने ट्वीट के आख़िर में कहा है, ‘वाह शिवराज जी वाह। शर्मराज!’

अरुण यादव के अलावा भी कांग्रेस के कई नेताओं ने सीएम और उनकी पत्नी को आड़े हाथों लिया है। सोशल मीडिया पर भी लोग दोनों को ट्रोल कर रहे हैं। 

18 नवंबर को हो गया था सीएम के ससुर का निधन

मुख्यमंत्री चौहान के ससुर घनश्यामदास मसानी का निधन 18 नवंबर को हो गया था। वह 88 साल के थे। बीमारी के चलते भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। उस समय सीएम अपनी पत्नी और दोनों बेटों के साथ तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गए थे। ख़बर मिलते ही शिवराज अपनी यात्रा बीच में छोड़कर लौट आए थे।

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संजीव श्रीवास्तव

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