मध्य प्रदेश की व्यावसायिक नगरी इंदौर में लोगों को ज़बरन ईसाई बनाने के आरोप में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ़्तार किया है। झाबुआ की एक लड़की की शिकायत पर भंवरकुआ पुलिस ने यह कार्रवाई की है। अभियुक्तों के ख़िलाफ़ धर्म स्वातंत्र्य क़ानून की धारा 3/5 लगाई गई है।
चर्च परिसर पर छापा
सिटी एसपी दीपेश अग्रवाल के अनुसार, पुलिस को शिकायत मिली थी कि भंवरकुआ क्षेत्र के इंद्रपुरी चर्च परिसर में सत्य प्रकाशन संचार केन्द्र में भोले-भाले ग्रामीणों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। सूचना के बाद पर मौके पर पहुँची पुलिस को बड़ी संख्या में लोग मिले थे। मौके पर मिले लोग झाबुआ, नागदा, देवास और इंदौर के चंदन नगर इलाक़े के थे। आरोप है कि इन ग़रीबों को लालच देकर धर्म परिवर्तन की नीयत से यहाँ लाया गया था।
पुलिस ने कुल 11 लोगों के ख़िलाफ़ धर्म स्वातंत्र्य क़ानून समेत भारतीय दंड विधान की अन्य धाराओं में मुक़दमा कायम किया है। पुलिस ने राकेश कौशल, रानी कौशल, गणेश, लवीना, हेमंत, कामता, शांति, मनीष और दीपेन्द्र को मौके से गिरफ़्तार भी किया। पुलिस दो अन्य फ़रार अभियुक्तों की तलाश कर रही है।
लड़की ने लगाया माता-पिता पर आरोप
पुलिस का कहना है कि झाबुआ की कामिनी कौशल ने शिकायत की थी कि सत्य प्रकाशन संचार केन्द्र में भोले-भाले ग्रामीणों को बरगलाकर और पैसों का लालच देकर ईसाई बनाए जाने का गोरखधंधा चल रहा है। लड़की ने इस काम में अपने माता-पिता और अन्य रिश्तेदारों के शामिल होने की बात भी कही थी। लड़की की शिकायत पर पुलिस ने छापा मारा। गिरफ़्तार किये गये लोगों में लड़की के पिता राकेश कौशल और माँ रानी कौशल भी शामिल हैं।
विहिप-बजरंग दल का हंगामा
चर्च परिसर में धर्म परिवर्तन की भनक लगने के बाद विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुँच गए। उन्होंने संचार केन्द्र परिसर में जमकर हंगामा किया। 'जय-जय श्रीराम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाये। परिसर में लगे बैनर-पोस्टरों को उखाड़ डाला।
प्रदर्शनकारियों का कहना था, "मध्य प्रदेश को जबरिया धर्म परिवर्तन का अड्डा बनने नहीं दिया जायेगा।" प्रदर्शनकारियों ने चर्च और सत्य प्रकाशन संचार केन्द्र से जुड़े लोगों पर भी तमाम आरोप लगाए। उन्होंने पुलिस से मांग की कि धर्म परिवर्तन के गोरखधंधे में शामिल सभी लोगों की भूमिका की जाँच की जाए और सभी दोषियों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई हो।
चर्च के फ़ादर ने आरोप खारिज किया
उधर चर्च के पादरी फ़ादर जोमोन ने मीडिया से बातचीत में दावा किया है,"धर्मांतरण के आरोप निराधार हैं।" उन्होंने कहा, "कम्युनिकेशन सेंटर में प्रार्थना सभा और अन्य आयोजन होते हैं। चर्च और सेंटर का धर्मांतरण से कोई लेना-देना नहीं है। कतिपय तत्व अफवाह फैलाकर चर्च और कम्युनिकेशन सेंटर को विवादित बनाने का कुचक्र कर रहे हैं।"
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