मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो विधानसभा चुनाव 2018 के ठीक पहले का यानी लगभग डेढ़ बरस पुराना है। आलाकमान के इशारे पर कमलनाथ की सरकार गिराने संबंधी दावे वाले शिवराज के कथित ऑडियो के बाद गरमाई प्रदेश की राजनीति में सिंधिया के इस पुराने ऑडियो (‘सत्य हिन्दी’ ऑडियो के सिंधिया का होने की पुष्टि नहीं करता) ने ‘तड़के’ का काम किया है।
वायरल ऑडियो कथित तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और स्थानीय कांग्रेस पार्षद अनीता नाम की महिला का है। इसमें अशोक नगर विधानसभा सीट के टिकट को लेकर बातचीत हो रही है।
बताते हैं कि अनीता की बहू आशा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में थीं। तमाम आश्वासनों के बीच अनीता व्यूह रचना तैयार कर रही थीं। लेकिन ऐन वक्त पर दिल्ली से ख़बर आई कि उनकी बहू का टिकट कट गया है।
टिकट कटने की ख़बर के बीच ही उनके पास ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोन पहुंचा। वायरल ऑडियो के अनुसार, सिंधिया और अनीता के बीच कथित तौर पर कुछ इस तरह की बातचीत हुई :-
अनीता: महाराज प्रणाम।
सिंधिया: हां, अनीता इस बार मैं नहीं करवा पाया।
अनीता: मेरी थोड़ी सी बात सुन लें महाराज। पाराशर जी ने जैसी तैयारी को कहा था वैसी कर ली। उन्होंने कहा पैसों का, मैंने 20 दिन पहले परशु अग्रवाल जी के यहां 50 लाख रुपये रख दिये महाराज। समाज के लेटरपैड पर लिखवा कर दे दिया। सभी मंडी व्यापारी मेरे पक्ष में थे। पहली बार ऐसा हो रहा था कि अशोक नगर सीट कांग्रेस के पक्ष में जा रही थी।
महाराज, जजपाल सिंह जज्जी का इतना विरोध है कि वह जीतेगा नहीं। यादव और मुसलिम समाज उसका विरोध कर रहे हैं। मुसलिम समाज मेरे पक्ष में है। महाराज इटोरिया ने पैसे ले लिये। आपसे कह दिया कि अनीता हरिजन समाज से नहीं है। उसने एक-एक पार्षद से 50 हजार लेकर टिकट दिया। पार्षद नहीं जिता सकता महाराज। महाराज मेरे खून में गद्दारी नहीं है।
सिंधिया: आप चिंता मत करो…
अनीता: देशराज ने मेरी कैंटीन छुड़ा ली थी महाराज।
सिंधिया: मुझे मालूम है, हमारी सरकार बनेगी। पूरी रखवाली करूंगा। तुम चिंता मत करो। पूरा न्याय-सम्मान तुम्हें दिलवाऊंगा।
अनीता: महाराज जज्जी हर बार हत्या करता है, विधानसभा हो या फिर नगर पालिका।
सिंधिया: मालूम है, लेकिन अनीता इस बार क्या हुआ है कि जो लोग पांच हजार वोटों से कम से हारे हैं, राहुल गांधी जी ने उन्हें मध्य प्रदेश में टिकट दे दिये हैं। इसलिए मैंने देर तक अटका कर रखा था। हटा का हरिशंकर चौधरी, जौरा का बनबारी का हुआ है। नियम से आगे कुछ नहीं कर पाये। मैंने पूरी कोशिश की। ऐन टाइम तक टिकट रोक कर रखा, राहुल जी का निर्देश है तो क्या करें? उनके सामने हम कुछ नहीं कर सकते। मैं जानता हूं कि तुम कितनी जुझारू हो। सरकार बनने दो। मैं तुमको कहां पहुंचाऊंगा तुम कल्पना भी नहीं कर सकती हो। तुम खाली मुझ पर विश्वास रखो।
कैसे वायरल हुआ पता नहीं: अनीता
सिंधिया से बातचीत का कथित ऑडियो वायरल होने के बाद पार्षद अनीता ने मीडिया से कहा, ‘मेरी बहू का नाम सर्वे में था, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद सिंधिया का फोन आया। जब बात चल रही थी तब कई लोग बैठे थे। मैं रोने लगी और फोन पटककर चली गई। वहां मौजूद लोगों ने पूछा क्या हुआ, मैंने उन्हें अपना फोन दे दिया। कुछ लोगों ने रिकार्डिंग निकाल ली। इसको पीसीसी को किसने दिया, मुझे नहीं पता। पैसे किस बात के मांगे थे? यह नहीं पता, लेकिन बाद में पैसे वापस कर दिये थे।’
बीजेपी बोली - फर्जी है ऑडियो
सिंधिया के कट्टर समर्थक और बीजेपी नेता पंकज चतुर्वेदी ने ऑडियो को फर्जी बताया है। कांग्रेस छोड़कर सिंधिया के साथ बीजेपी में आये चतुर्वेदी ने यह भी दावा किया है कि ऑडियो क्लिप जोड़तोड़ करके तैयार की गई है।
एफ़आईआर दर्ज कराने पहुंची कांग्रेस
इस मामले में अब कांग्रेस सक्रिय हो गयी है और वह सिंधिया के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने की मांग को लेकर एडीजी के पास पहुंच गई है। पार्टी ने मांग की है कि कथित ऑडियो की जांच के लिए एसआईटी गठित की जाए और ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनीता, पाराशर, अग्रवाल और पंकज चतुर्वेदी के बयान लिए जाएं।
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