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साध्वी प्रज्ञा को जान का ख़तरा, मप्र पुलिस ने दी जेड सुरक्षा

इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक रिपोर्ट ने मध्य प्रदेश पुलिस की नींद उड़ा दी है। आईबी ने भोपाल से बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह की जान को ख़तरा बताया है। आईबी की सूचना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने आनन-फानन में साध्वी प्रज्ञा सिंह की सुरक्षा बढ़ा दी है। उन्हें जेड सुरक्षा प्रदान की गई है।

बता दें, साध्वी प्रज्ञा भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रही हैं। साध्वी प्रज्ञा, मालेगाँव बम ब्लास्ट और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड की आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर हैं। 

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साल 2008 के मालेगाँव बम ब्लास्ट में अपना बेटा खो देने वाले निसार सैयद ने प्रज्ञा की जमानत रद्द करने और उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने की माँग को लेकर मुंबई में एनआईए की विशेष अदालत में अर्जी लगाई थी। एनआईए की अदालत ने निसार सैयद की अर्जी को बुधवार को इस तर्क के साथ खारिज कर दिया कि कोर्ट को साध्वी प्रज्ञा को चुनाव लड़ने से रोकने का अधिकार नहीं है। कोर्ट ने सैयद निसार की अर्जी खारिज करने को लेकर यह भी कहा है कि - ‘माँग ग़लत मंच पर उठाई गई है।’

इधर, देश की हॉट लोकसभा सीट बनी भोपाल में बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा भारती को जान का ख़तरा होने संबंधी रिपोर्ट ने मध्य प्रदेश पुलिस के हाथ-पैर ‘फुला’ दिए हैं। राज्य पुलिस ने बिना देर किए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की सुरक्षा बढ़ा दी है। 

प्रज्ञा ठाकुर को वाय केटेगिरी की सुरक्षा मिली हुई थी, इसे बढ़ाकर अब जेड श्रेणी का कर दिया गया है। बुधवार शाम से ही उनकी सुरक्षा में चार गार्ड आठ-आठ घंटे की तीन शिफ़्ट में लगा दिए गए हैं। इन सुरक्षा गार्ड में दो-दो गनमैनधारी हैं। साध्वी को पायलट फ़ॉलो वाहन भी दिया गया है। दो-दो महिला पुलिस कर्मी भी ‘राउंड द क्लॉक’ उनके साथ तैनात कर दी गई हैं। 

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नामांकन के दौरान दिखाये थे काले झंडे

साध्वी प्रज्ञा सिंह को मंगलवार को नामांकन के दौरान भोपाल कलेक्ट्रेट में एक शख़्स ने काले झंडे दिखाये थे। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस शख़्स को पकड़कर पुलिस की मौजूदगी में जमकर धुना था। बाद में इस शख़्स की पहचान राजू भटनागर के रूप में हुई थी। भटनागर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं। 

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विवादित बयान पर दर्ज हो चुका है मामला 

प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बाबरी ढाँचा गिराने में ख़ुद के शामिल होने का दावा किया था। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वह राम मंदिर निर्माण की पुरजोर वकालत कर रही हैं। बाबरी ढाँचा ढहाने संबंधी बयान पर चुनाव आयोग ने साध्वी प्रज्ञा सिंह से जवाब-तलब किया था। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रज्ञा के ख़िलाफ़ कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं। डीआरओ के निर्देश पर बाबरी ढाँचा ढहाने वाले बयान को लेकर भोपाल के थाना कमला नगर में उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा भी दर्ज किया गया है। पुलिस अभी मामले की जाँच कर रही है।

बेहद ‘गर्म’ है भोपाल लोकसभा क्षेत्र

गर्मी का पारा 42 डिग्री के आसपास पहुँच रहा है और लू भी चल रही है। इस गर्मी से कहीं ज़्यादा सरगर्मी लोकसभा चुनाव के प्रचार को लेकर भोपाल में बनी हुई है। साध्वी प्रज्ञा सिंह के चुनाव प्रचार में संसदीय क्षेत्र भगवा रंग अख़्तियार कर चुका है। उनके नामांकन के जुलूस में हज़ारों भगवाधारी शामिल हुए थे। जुलूस में भगवा वस्त्र और पगड़ीधारी (प्रज्ञा सिंह भगवा वस्त्र पहनती हैं, अनेक बार उन्हें भगवा पगड़ी में भी देखा जाता रहा है) ही नज़र आए थे। प्रज्ञा की चुनावी सभाओं में भी यह रंग हर ओर नज़र आ रहा है। 

वर्ग विशेष पर ‘छींटाकशी’ वाले साध्वी प्रज्ञा सिंह के तीख़े बयानों से वह वर्ग ख़ासा ‘कुपित’ है, जिसे या जिसके धर्मस्थल को लेकर साध्वी प्रज्ञा तथा उनके लिए चुनाव कैंपेन करने वाले बयानबाज़ी कर रहे हैं।

करकरे की शहादत पर उठाया था सवाल

साध्वी प्रज्ञा सिंह आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे की शहादत पर भी छींटाकशी कर चुकी हैं। करकरे की शहादत को प्रज्ञा सिंह ने स्वयं उनका (साध्वी का) ‘श्राप’ निरूपित किया था। इस बयान पर ख़ूब बवाल हुआ था। बाद में प्रज्ञा ने करकरे वाला अपना बयान वापस ले लिया था।

साध्वी प्रज्ञा सिंह की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है, ‘हम नहीं चाहते हैं कि सुरक्षा में कमी निकालकर वे (साध्वी प्रज्ञा अथवा बीजेपी) हम पर आरोप लगाएँ।’ प्रज्ञा को उम्मीदवार बनाये जाने पर कमल नाथ ने कहा, ‘भोपाल की जनता समझदार है। बीजेपी में उम्मीदवारों का संकट रहा है। यही वजह है कि भोपाल में भी उन्हें ऐसा प्रत्याशी मिला है, जिसने एक दिन पहले बीजेपी ज्वाईन की है।’

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संजीव श्रीवास्तव

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