इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीज़न की शुरुआत चेन्नेई सुपर किंग्स के लिए बहुत अच्छी नहीं रही। टीम को देलही कैपिटल्स के हाथों सात विकेट की क़रारी हार झेलनी पड़ी, इसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी शून्य पर आउट हो गए और इसके अलावा टीम पर 12 लाख रुपए का ज़ुर्माना भी ठोंक दिया गया।
क्यों लगा जुर्माना?
आख़िर क्या मामला है, क्यों सीएसके को दंड भरना होगा? इसकी वजह यह है कि चेन्नई सुपर किंग्स नियत समय में ज़रूरी 20 ओवर पूरी करने में नाकाम रही, वह सिर्फ 18.4 ओवर गेंद ही डाल पाई।
बीसीसीआई का नियम है कि आईपीएल में हर टीम को 20 ओवर डालने के लिये 90 मिनट का समय मिलेगा, उसे हर घंटे 14.1 ओवर गेंदबाजी करनी होगी। इसमें रणनीतिक फ़ैसले करने के लिया गया समय नहीं जोड़ा जाता है।
धीमी गेंदबाजी
इस धीमी गेंदबाजी की वजह से कप्तान धोनी पर 12 लाख रुपए का जु़र्माना लगाया गया है। आईपीएल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "आईपीएल के इस सीज़न में धोनी की टीम ने आचार संहिता का उल्लंघन पहली बार किया है, इसलिए उन पर 12 लाख रुपए का न्यूनतम जुर्माना ही लगाया गया।"
सीएसके ने पहले बल्लेबाजी की, सुरेश रैना ने 36 गेंदों पर 54 रन ठोंक दिए, मोईन अली ने 36 और सैम करन ने 34 रन बनाए। इसने कुल 189 रन बनाए, जो अच्छा स्कोर है। लेकिन देलही कैपिटल्स ने आठ गेंद रहते ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया और धोनी की टीम को शिकस्त दे दी।
ढीली गेंदबाजी?
धोनी ने इसे स्वीकार कर लिया है और कहा है, ‘‘हम बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे। गेंदबाज अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और बेहद ढीली गेंदें डाली। उन्होंने सबक ले लिया है और आगे वे बेहतर प्रदर्शन करेंगे।"बता दें कि आईपीएल की शुरुआत 2007 में हुई, जब बीसीसीआई के सदस्य ललित मोदी ने इसकी स्थापना की थी। इसका आयोजन हर साल अप्रैल-मई में होता है।
2016 में आईपीएल का टाइटल प्रायोजक विवो इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब उसे आधिकारिक तौर पर ड्रीम 11 इंडियन प्रीमियर लीग के रूप में जाना जाता है। बीसीसीआई के मुताबिक, 2015 आईपीएल सीजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 18.2 करोड़ डॉलर का योगदान किया था।
राजस्थान रॉयल्स, डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद ने यह खिताब एक बार जीता है जबकि मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स ने तीन बार और कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार इस ख़िताब पर क़ब्ज़ा किया है।
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