आरएसएस की तालिबान से तुलना करने वाली गीतकार जावेद अख़्तर की टिप्पणी के बाद शिवसेना आरएसएस के बचाव में आ गई है। अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय लिखकर शिवसेना ने जावेद अख़्तर की धर्मनिरपेक्षता की तो तारीफ़ की है, लेकिन उनकी तालिबान से तुलना को ग़लत बताया है। पढ़िए सामना के संपादकीय में क्या लिखा है-