दिल्ली में तीन दिन तक चले दंगों में दंगाइयों ने कुछ नहीं छोड़ा। दंगाइयों ने मज़हब के आधार पर लोगों को निशाना बनाया और उनके परिजनों, घर के सामान को फूंक दिया। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने दंगाइयों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। ऐसे ही लोगों के बारे में सुनिये इस वीडियो में।
कांग्रेस ने राष्ट्रपति से अपील की है कि वह राजधर्म की रक्षा के लिये अपनी शक्तियों का प्रयोग करें। कांग्रेस ने दंगों को लेकर अमित शाह के इस्तीफ़े की मांग भी की है।
नागरिकता क़ानून के विरोध में दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान पुलिस की भूमिका पर ढेरों सवाल खड़े हुए हैं। तीन दिन तक दिल्ली के जलने के बाद पुलिस होश में आई। सवाल यह है कि क्या पुलिस किसी दबाव में थी।
नागरिकता क़ानून को लेकर दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर पुलिस की भूमिका पर ढेरों सवाल खड़े हो रहे हैं। आख़िर पुलिस ने दंगाइयों को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की?
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में क्या दिल्ली में हुई हिंसा सोची-समझी साज़िश थी और बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी। आख़िर उसने हिंसा फैलाने वालों को रोकने की कोशिश क्यों नहीं की। सुनिए, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष।