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दिल्ली हिंसा: पुलिस ने कहा - 18 एफ़आईआर दर्ज, 106 लोग गिरफ़्तार

नागरिकता क़ानून को लेकर उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस की है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एम.एस. रंधावा ने कहा कि सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है और प्रभावित इलाक़ों में पुलिस बल को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा है कि हिंसा के दौरान छतों से पत्थर फेंकने की घटना हुई है और ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जायेगी। रंधावा ने कहा है कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और बुधवार को किसी भी तरह की हिंसा की घटना नहीं हुई है। 

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रंधावा ने कहा कि हिंसा के मामले में अभी तक 106 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। पुलिस ने अपील की है कि अफ़वाहों पर ध्यान न दें और हिंसा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 

पुलिस ने कहा है कि हिंसा प्रभावित इलाक़ों में ड्रोन कैमरे से नज़र रखी जा रही है और लोग किसी भी मदद या सूचना देने के लिये 22829334 और 22829335 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। रंधावा ने कहा कि पुलिस ने अब तक हिंसा को लेकर 18 एफ़आईआर दर्ज की हैं और उपद्रवियों की पहचान का काम जारी है। 

दिल्ली में शनिवार शाम को कुछ महिलाएं नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ जाफ़राबाद इलाक़े में धरने पर बैठ गयी थीं। इसके बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस से कहा था कि वह सड़क खाली करा लें। इसके बाद रविवार को नागरिकता क़ानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाज़ी हुई थी।

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सोमवार को और मंगलवार को जबरदस्त हिंसा भड़की और इसमें अब तक दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। दिल्ली में बिगड़ते हालात के बीच मंगलवार रात को चार इलाक़ों में क़र्फ्यू लगा दिया गया था और देर रात को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी हिंसा प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया था। 
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क़मर वहीद नक़वी

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