अयोध्या जैसा गंभीर मामला। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई। लेकिन नाटकीयता पूरी तरह फ़िल्मों जैसी। सुनवाई का आख़िरी दिन था। हंगामा हुआ। कोर्ट में नक्शा फाड़ा गया।
अयोध्या मामले में आज ज़बरदस्त हंगामे और हाई वोल्टेज कोर्ट रूम ड्रामा के साथ सुनवाई पूरी हो गई। संभावना है कि 17 नवंबर से पहले इस पर फ़ैसला आ जाएगा। पढ़िए हिंदू और मुसलिम पक्ष ने क्या रखी हैं दलीलें।
सुप्रीम कोर्ट की पाँच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा है कि हर रोज़ की सुनवाई के साथ ही मध्यस्थता की कोशिश भी जारी रह सकती है। कोर्ट ने साफ़ कहा कि याचिकाकर्ता इसके लिए स्वतंत्र हैं।
अयोध्या विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में 17वें दिन की सुनवाई से पहले मुसलिम पक्ष के वकील को जान से मारने की धमकी मिली है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन ने धमकी मिलने की सूचना कोर्ट को दी।
सुप्रीम कोर्ट में दसवें दिन सुनवाई में मूल याचिकाकर्ताओं में शामिल गोपाल सिंह विशारद के वकील ने दलील रखी कि भगवान राम का उपासक होने के नाते मेरा वहाँ पर पूजा करने का अधिकार है।
अयोध्या विवाद में सुनवाई में रामलला विराजमान के वकील ने कहा कि अगर जन्मस्थान देवता है, अगर संपत्ति ख़ुद में एक देवता है तो ज़मीन के मालिकाना हक़ का दावा कोई नहीं कर सकता।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई में रामलला विराजमान के वकील सी. एस. वैद्यनाथन ने कहा कि विवादित ढाँचे को या तो मंदिर के अवशेषों पर या फिर उसको ढहा कर बनाया गया है।