राज्यपाल की भाषा को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार ने भी एतराज जताया है। पवार ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकायती पत्र लिखा और उसे ट्विटर पर साझा भी किया है।
बीजेपी ने मंगलवार को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया है और उसका कहना है कि जब रेस्तरां खोलने की इजाजत दे दी गई है तो मंदिरों को खोलने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है।
महाराष्ट्र और मुंबई में कोरोना का संकट देश में सर्वाधिक है लेकिन उससे हटकर यहाँ सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव का एक नया ही खेल चल रहा है। एक विवाद पर पर्दा गिरता है तो दूसरा शुरू हो जा रहा है।
महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के रवैये से जो राजनीतिक संकट खड़ा होता दिख रहा था, वह अब टल गया है। किसके इशारे पर चुनाव कराने को तैयार हुए राज्यपाल और चुनाव आयोग?
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पी. बी. सावंत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि वह सरकार के हाथ की कठपुतली बन कर रह गए।
हमारे राज्यपाल सचमुच अपना विवेक दिल्ली में रखकर राज्यों के राजभवनों में रहते हैं। दिल्ली में उनके विवेक का इस्तेमाल वे लोग करते हैं जो व्यावहारिक तौर पर उनके 'नियोक्ता’ होते हैं।