बिहार में मुसलिम लड़कियों की शिक्षा में कम भागीदारी क्यों है? जो सरकारी स्कूलों में जाती भी हैं उनमें से कई ऐसी हैं जो पाँचवीं कक्षा में होने के बावजूद सही से नाम तक नहीं लिख पाती हैं? ऐसा क्यों है और सरकारी मदद क्यों नहीं मिली?
बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की खामियाँ लगातार उजागर होती रही हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?