मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टियाँ आसमान से तारे तोड़ लाने की बातें भी कर देती हैं, मगर जो पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ हो, क्या उसे ऐसा वादा करना चाहिए, जिसमें भेदभाव प्रकट होता हो? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट''
बीजेपी ने सोमवार को घोषणापत्र (संकल्प पत्र) जारी किया। बीजेपी के इस घोषणापत्र को झाँसा पत्र क्यों कह रही है कांग्रेस? बीजेपी के संकल्प पत्र पर देखिए वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ, आशुतोष और यूसुफ़ अंसारी की चर्चा।
बीजेपी के संकल्प पत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए संभावनाएँ तलाश कर सौहार्दपूर्ण माहौल में मंदिर निर्माण करवाने के ज़िक्र पर राम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि बीजेपी के लिए यह आख़िरी मौक़ा है।
बीजेपी के घोषणापत्र पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने कहा है कि घोषणापत्र की तसवीर बताती है कि हमारे लिए देश के लोग महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए अपना चेहरा। बीजेपी के घोषणा पत्र में सिर्फ़ एक व्यक्ति के "मन की बात"।
'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देकर 2014 में सत्ता में आने वाली बीजेपी इस बार क्या वायदे करेगी, सोमवार को साफ़ हो जाएगा जब पार्टी अपना चुनाव घोषणापत्र जारी करेगी।