वाह उस्ताद! प्रवीण कुमार झा की किताब हिंदुस्तानी संगीत घरानों के क़िस्से। कुली लाइंस के लेखक और नॉर्वे में डॉक्टर प्रवीण झा की किताब पर चर्चा। लेखक के साथ मशहूर दास्तानगो और किस्सा किस्सा लखनउवा के लेखक हिमांशु बाजपेयी भी चर्चा में हैं।
आज भी जब कभी मुग़ल काल के बादशाहों का ज़िक्र होता है तो औरंगज़ेब और दारा शिकोह बरबस ही आमने-सामने खड़े होते दिखते हैं। यह एक ऐसी कहानी है जिसमें भाई भाई का न हुआ, बेटा बाप का न हुआ और बाप बेटों का नहीं हुआ।