छह महीनों बाद भी अमेरिका में हालात बदतर बने हुए हैं। कोरोना महामारी से लड़ने में ट्रम्प सरकार की नाकामी हर जगह देखी जा सकती है। मेफिस यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर डॉ. सुभाष झा से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने बातचीत करके पूरा ब्यौरा लिया।
भले ही मेडिकल साइंस कोरोना की वैक्सीन तैयार न कर पाया हो, नेता एक के बाद एक 'अचूक दवा' लॉन्च किए जा रहे हैं। सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 'हनुमान चालीसा' पढ़कर कोरोना वायरस को ख़त्म करने की बात कही है।
बेंगलुरु में कोरोना के 3338 मरीज़ कहाँ लापता हो गए हैं। ये वो मरीज़ हैं जिन्होंने कोरोना संक्रमण की जाँच कराई और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब अधिकारी इन मरीज़ों को ट्रेस नहीं कर पा रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ लड़ते हुए अपने क़ीमती और दुर्लभ संसाधनों को बर्बाद करते हैं, जबकि इसके बजाये उन्हें हाथ मिलाना चाहिए और संयुक्त रूप से (बांग्लादेश के साथ) बुराइयों से निपटना चाहिए।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले 13 लाख के पार हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार सुबह जारी आँकड़ों के अनुसार 49,310 नए मामले सामने आए थे और यह संख्या बढ़कर 12 लाख 87 हज़ार से ज़्यादा हो गई थी।
चार महीने हो गए हैं मगर इंदौर में कोरोना का संक्रमण रोके नहीं रुक रहा। इसकी क्या वजह है राजनीतिक स्थिरता, प्रशासन की लापरवाही या आपदा में अवसर ढूँढते अफ़सरों-क़ारोबारियों का भ्रष्टाचार? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने इंदौर में दो जाने माने पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी और रमण रावल से बातचीत की।
दिल्ली के कोविड केयर सेंटर में भर्ती नाबालिग मरीज़ से एक अन्य मरीज़ ने छेड़छाड़ की और एक अन्य ने उसका वीडियो भी बनाया। शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है।
अब बिहार में कोरोना का आतंक है। क्या दवा नहीं मिल रही ? क्या इलाज नहीं हो रहा। जवाब दे रहे हैं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉ. हेम शंकर शर्मा।
पाकिस्तान में कोरोना महामारी के असर और इमरान ख़ान से बढ़ती निराशा पर लाहौर स्थित पत्रकार सज्जाद अज़हर पीरज़ादा से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत।
एक बार कोरोना संक्रमण ठीक होने के बाद भी दोबारा फिर से संक्रमण होने का मामला कितना चिंताजनक है? यह सवाल इसलिए कि जब संक्रमण से ठीक हुए लोगों में फिर से संक्रमण होगा तब तो यह बीमारी दुनिया से कभी ख़त्म ही नहीं होगी!