Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।टिकैत ने कहा - यूपी-उत्तराखंड में कल नहीं होगा चक्का जाम।राजस्थान : दौसा में महापंचायत, पायलट ने दिल्ली कूच का ऐलान किया
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। प्रशासन के इनकार के बाद शामली महापंचायत में जुटे किसान । तोमर बोले - क़ानूनों में क्या समस्या है इसका जवाब दो
बढ़ता आंदोलन, किसानों का चक्का जाम । क्या फिर हिंसा होगी ? प्रधानमंत्री बात करे सीधे ! आशुतोष के साथ आलोक जोशी, सतीश के सिंह, हरि कुमार, राहुल राज और प्रेम कुमार ।
ये सरकार घमंडी है। किसानों की एकजुटता को तोड़ने के लिए इसने हर हथकंडा आज़मा लिया मगर कामयाब नहीं हुई और न ही आगे होगी। ये कहना है माकपा नेता बृंदा करात का। पेश है उनसे वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सूत्र: पंजाब सरकार किसानों और केन्द्र दोनों को मनाने में लगी।तोमर बोले - क़ानूनों में क्या समस्या है इसका जवाब दो
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ शामली में आयोजित किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। जिला प्रशासन की ओर से इस महापंचायत की अनुमति नहीं दी गई थी।
ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल होने निकले एक किसान की मौत के बाद तिरंगे में लपेटे जाने पर उसकी पत्नी और भाई के ख़िलाफ़ यूपी पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की है। उन पर राष्ट्रीय झंडे का अपमान करने का आरोप लगाया गया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अमेरिका के बयान के बाद भारत ने कैपिटल हिंसा का ज़िक्र किया । यूपी: शामली की महापंचायत के लिए नहीं दी गई इजाजत
किसान आंदोलन पर अमेरिकी प्रतिक्रिया के एक दिन बाद अब भारत ने लाल क़िला और अमेरिकी संसद कैपिटल हिल हिंसा की तुलना की और कहा कि 'इनसे हमारे अपने-अपने देशों में स्थानीय क़ानूनों के अनुसार निपटा जा रहा है'।
बॉलीवुड की कई हस्तियों से लेकर खेल जगत के सितारों ने भी सरकार के सुर में सुर मिलाया लेकिन बॉलीवुड में ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सरकार की राय से इत्तेफ़ाक नहीं रखते।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। हरसिमरत : किसानों को मौत की ओर धकेला जा रहा है । दिल्ली पुलिस ने कहा - ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ FIR नहीं
अमेरिका का इसके पीछे क्या एजेंडा है? मोदी के भाई ने ही उठाए जय शाह की योग्यता पर सवाल! सरकारी भोंपू बजाने वाले सितारों को क्या सीखना चाहिए? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi