आख़िर हिमंत बिस्व सरमा का असम का मुख्यमंत्री बनना सुनिश्चित हो गया है। चुनाव अभियान शुरू होने के समय से ही इसके साफ़ संकेत मिल रहे थे। क्या वह चुनौतियों से निपट पाएँगे?
पंचायत चुनाव में दुर्गति के बाद योगी के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या यूपी बचाने के लिए उनकी कुर्सी किसी और की दी जाएगी? अशोक वानखेड़े, विनोद अग्निहोत्री, विजय त्रिवेदी, शरत प्रधान, वीरेंद्र भट्ट।
बंगाल में चुनाव बाद हिंसा क्यों हो रही है? इसके लिए टीएमसी अकेली ज़िम्मेदार है या फिर बीजेपी भी? मार्क्सवादी-लेनिनवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता दीपंकर भट्ठाचार्य से बातचीत।
असम में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने फिर से जीत हासिल की है, मगर उसकी जीत का रहस्य क्या है। बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि उन्होंने विकास किया है, लोगों ने उसके लिए उसे दोबारा सत्ता सौंपी है, लेकिन क्या इसमें सचाई है?
छत्तीसगढ़ कई संकटग्रस्त राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रहा है, मगर क्या कोरोना से लड़ाई में भी वह आगे है? क्या कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल? क्या हैं उनके सामने चुनौतियाँ? पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की उनसे खरी-खरी बातचीत।
उत्तरप्रदेश में ऑक्सीजन, दवाईयों और बेड की कमी से हाहाकार मचा हुआ है और योगी सरकार फेल साबित हो रही है। मगर योगी कमियां दूर करने के बजाय धमकियों का सहारा ले रहे हैं।
कोरोना संक्रमण को रोकने में सरकार की नाकामी को टीवी एंकर सिस्टम की नाकामी बता रहे हैं, सरकार की नहीं। क्या मामला है, पढ़ें वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का व्यंग्य।
निचले असम में महाजोत का मुक़ाबला करने के लिए बीजेपी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और वोटों के डिवीज़न पर पूरा ज़ोर लगा रही है। धुबुड़ी स्थित वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा का कहना है इससे बीजेपी-एजीपी को फ़ायदा हो सकता है। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की उनसे बातचीत।
असम में एक अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। दूसरे दौर की 39 सीटों के लिए 345 उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण की सैंतालीस सीटों से उलट इस चरण में मामला एकतरफ़ा नहीं होगा।
बीजेपी ने असम में भावी मुख्यमंत्री के रूप में किसी नेता को प्रोजेक्ट नहीं किया है इसलिए अटकलें तेज़ हो गई हैं कि अगर बीजेपी जीती तो मुख्यमंत्री कौन होगा। लोगों की राय इस मामले में बँटी हुई है, मगर हिमंत के चाहने वालों की संख्या ज़्यादा है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
असम विधानसभा चुनाव के पहले दौर में 47 सीटों के लिए 27 मार्च को मतदान होने जा रहा है। कुल 126 विधानसभा सीटों में से इन 47 सीटों के लिए सबसे ज़्यादा अनुमान लगाए जा रहे हैं और भविष्यवाणियाँ भी की जा रही हैं।