गाँधी जयंती पर गोडसे का महिमामंडन क्यों चल रहा है एक हत्यारे को अहिंसा के पुजारी से बड़ा बताने वाले इतने लोग कहाँ से आ गए गाँधी की समाधि पर मत्था टेकने वाले सर्वोच्च पद पर बैठे लोग इस सब पर खामोश क्यों हैं क्या गाँधी के अपमान पर उनकी मौन सहमति है डॉ. मुकेश कुमार के साथ चर्चा में शामिल हैं-प्रो. राम पुनियानी, डॉ. सुनीलम, श्रवण गर्ग, अपूर्वानंद और राकेश पाठक
महात्मा गाँधी के इस देश की राजधानी दिल्ली की नाक के नीचे बसे ग़ाज़ियाबाद ज़िले के एक गाँव डासना में स्थित देवी के मंदिर में पानी की प्यास बुझाने के लिए प्रवेश करने वाले एक मासूम तरुण की ज़बरदस्त तरीक़े से पिटाई की जाती है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। गोडसे समर्थक की कांग्रेस में एंट्री पर विवाद बढ़ा, कमलनाथ घिरे । बीजेपी के कहने पर बंगाल में 8 चरण में चुनाव का कार्यक्रम: ममता
क्या सॉफ्ट हिंदुत्व की चाल कांग्रेस की लुटिया डुबाएगा ? क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस में पड़ेगी फूट? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा नाथूराम गोडसे समर्थक हिन्दू महासभा के एक पार्षद को कांग्रेस में प्रवेश देने पर बवाल मचा है।
गोडसे भी हिंदू था और गांधी भी हिंदू थे; पक्का सनातनी हिंदू; रामराज्य का सपना लेने वाला हिंदू; एक ऐसा हिंदू, मृत्यु पूर्व जिसकी जिहृा पर अंतिम शब्द 'राम' ही था; बावजूद इसके नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को हिंदूवाद की राह में रोड़ा माना और हत्या की।
रमेश नायडू बीजेपी के मातृ संगठन आरएसएस के छात्र संगठन से दीक्षित हैं और उसके बाद आंध्र प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हैं। इनके पास ताज़ा दायित्व प्रदेश बीजेपी के सचिव का है।
आज से 71 साल पहले जब कट्टर हिंदूवादी नाथूराम गोडसे ने बिड़ला हाउस में 80 साल के एक कमज़ोर बूढ़े की छाती पर चार गोलियाँ दागी थीं तो वह जान रहा था कि ऐसा करके वह अपने लिए केवल बर्बादी चुन रहा है।
बीजेपी के नेता बार-बार क्यों गोडसे के समर्थन में खड़े हो जाते हैं? वे कभी उसे आतंकवादी मानने से इनकार कर देते हैं, कभी उसे मुर्दाबाद कहने से इनकार कर देते हैं, तो कभी उसका कोई नेता गोडसे को देशभक्त बता देता है?
बार-बार महात्मा गाँधी के हत्यारे गोडसे को 'देशभक्त' बताने की कोशिश क्यों की जाती है? क्यों उनको गाँधी के विचारों से डर लगता है? क्यों गाँधी से अभी भी ऐसे लोगों को अपने अस्तित्व को ख़तरा महसूस होता है? देखिए सममायिक मुद्दों पर विचार रखने वाले रक्षा मामलों के विशेषज्ञ राकेश कुमार सिन्हा की राय।
सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राज्यश्री ने नाथूराम गोडसे की तसवीर की न केवल आरती उतारी, बल्कि गाँधी जी की मौत के लिए जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा डाला।
बापू ने जिस धरती से दुनिया को प्यार, मोहब्बत का संदेश दिया, उसी देश में कुछ लोग उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे के सम्मान में ‘गोडसे अमर रहें’ ट्रेंड करा रहे थे।