बीजेपी का लक्ष्य किसी भी क़ीमत पर हर राज्य में अपनी सरकार बनाना है। इसलिए अरुणाचल प्रदेश का घटनाक्रम इस बात का भी संकेत है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में चौंकाने वाली घटनाओं के साथ बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है।
अकाली दल बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि एनडीए सिर्फ़ नाम का था और उनकी पार्टी के साथ कोई चर्चा नहीं होती थी। क्या शिवसेना, टीडीपी और आजसू जैसे दलों के साथ भी इसी कारण गठबंधन टूटा?
अब अकाली दल ने छोड़ा बीजेपी का साथ। मोदी के पेज पर बढ़ रहे हैं डिसलाइक्स? बेरोज़गारी बना जी का जंजाल! मोदी का जादू कम? आशुतोष के साथ विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री, अकू श्रीवास्तव।
अभी महाराष्ट्र में सरकार किसी की नहीं बनी है, लेकिन संकेत बीजेपी के लिए बहुत साफ़ हैं। न केवल विपक्ष के पैरों में थिरकन दिखाई देने लगी है, बल्कि उसके अपने सहयोगी, उसे आँख दिखाने लगे हैं।