यूपी सरकार 4 साल की ‘उपलब्धियों’ का जश्न मना रही है। करोड़ों रुपये विज्ञापन पर ख़र्च कर। वहीं बाल विकास एवं पोषाहार विभाग के लाखों कर्मचारियों की महीनों से वेतन नहीं मिलने की शिकायतें हैं।
पश्चिम बंगाल के इसलामी नेता अब्बास सिद्दीक़ी की पार्टी इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ़) के साथ चुनाव क़रार करने के मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व बैकफुट पर दिख रहा है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सीएम पद पर बोलीं प्रियंका - जनता की आवाज़ उठाना काम।बहिष्कार के बीच भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बना चीन
राहुल गांधी जिस समय हिंदुत्व की छवि के प्रतीक प्रधानमंत्री पर लोकसभा में हमले की तैयारी कर रहे थे, प्रियंका संगम में डुबकी लगाकर हिंदुत्व का स्नान कर रही थीं, भगवान सूर्य की पूजा कर उन्हें अर्घ्य दे रही थीं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज मौनी अमावस्या के पर्व पर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। पिछले लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत प्रियंका गांधी ने गंगा यात्रा से की थी। 17 मार्च 2019 को प्रियंका ने प्रयागराज से जल यात्रा निकाली थी। क्या कांग्रेस जाने अंजाने भाजपा के जाल में फंसती नहीं नजर आ रही है?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। महापंचायत: वेस्ट यूपी की जंग में उतरीं प्रियंका, आज जाएंगी सहारनपुर । कुरुक्षेत्र महापंचायत : टिकैत बोले - क्या भगत सिंह, गांधी भी परजीवी थे?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। हाथरस: कांग्रेस नेता निज़ाम मलिक गिरफ़्तार। बिहार: हत्या के मामले में तेजस्वी, तेज प्रताप पर एफ़आईआर दर्ज
राहुल गाँधी के नेतृत्व में अब कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएगा। राहुल ने कहा है कि दुनिया की कोई ताक़त मुझे हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलकर दुख बाँटने से नहीं रोक सकती है।
हाथरस जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को आख़िरकार उत्तर प्रदेश पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से आगे नहीं बढ़ने दिया।
एक इंटरव्यू में प्रियंका गाँधी ने कहा है कि काँग्रेस का नेतृत्व गाँधी परिवार के बाहर के नेता को सँभालना चाहिए। उनके इस विचार का क्या मतलब है और साल भर पहले दिया गया ये बयान क्या आज भी प्रासंगिक माना जा सकता है? पेश है वरिष्ठ पत्रकार रामकृपाल सिंह और काँग्रेस मामलों के विशेषज्ञ रशीद किदवई से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत
उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं में ज़बरदस्त नाराज़गी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सत्ता में आने के बाद इस समाज को उम्मीद जगी थी कि कुछ बेहतर होगा। अब वे ख़ुद को ठाकुर बनाम ब्राह्मण की लड़ाई में घिरे पा रहे हैं।