कोरोना और चीन संकट के दौरान गांधी परिवार ख़ासकर राहुल चुस्त दिखे हैं। उन्होंने नए सिरे से उभरने की कोशिश की है, इसमें सरकार की असफलताओं का भी बड़ा योगदान है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को एक ग्राफ़ ट्वीट कर यूपीए सरकार के दौरान और बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दौरान चीन से हुए आयात की तुलना की है।
ऐसा लगता है कि कांग्रेस अब राहुल गाँधी को अध्यक्ष बनाने का फ़ैसला कर चुकी है और एक तारीख़ का ऐलान होना भर बाक़ी है। इससे कांग्रेस में चल रहा नेतृत्व संबंधी भ्रम तो दूर होगा, लेकिन राहुल उसे सही दिशा और गति दे पाएंगे इसमें बहुत सारे संदेह हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
लद्दाख में चीनी घुसपैठ और बड़ी संख्या में सैनिकों के हताहत होने को लोकर राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री क्यों छिप रहे हैं?
बार-बार हार के बाद भी कांग्रेस की लीडरशिप में बदलाव क्यों नहीं? आख़िर क्यों कांग्रेस नेहरू-गाँधी परिवार का मोह नहीं छोड़ पा रही है? वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की ख़ास बातचीत पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के साथ
राहुल गाँधी पर शायराना अंदाज़ में पलटवार करना रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भारी पड़ गया। दरअसल राजनाथ सिंह ने शायरी को ग़ालिब का बताकर हमला किया। जिसके बाद लोगों ने उनको मंज़र लखनवी की याद दिला दी। Satya Hindi
राहुल गाँधी पर शायराना अंदाज़ में पलटवार करना गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भारी पड़ गया। दरअसल राजनाथ सिंह ने शायरी को ग़ालिब का बताकर हमला किया। जिसके बाद लोगों ने उनको मंज़र लखनवी की याद दिला दी। Satya Hindi
प्रधानमंत्री मोदी ने जिस मनरेगा को संसद में खड़े होकर 'कांग्रेस की विफलता का स्मारक' बताया था उस पर अब राहुल गाँधी ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि मनरेगा पर मोदी का यू-टर्न।