क़रीब चालीस साल से आरएसएस ने राम जन्मभूमि आंदोलन की कमान अपने हाथ में ही रखी है। और अब मंदिर निर्माण और अयोध्या प्रोजेक्ट की ज़िम्मेदारी संघ के सरकार्यवाह रहे भैयाजी जोशी को सौंपी गई है।
राम मंदिर निर्माण के मसले पर संघ, बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद अभी भी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं लगते हैं। राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए देश में चंदा उगाही के कार्यक्रम के दौरान जिस तरह की घटनायें हुईं, वे क्या दर्शाती हैं?
राम मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद इसे जनता की भावनाओं व आस्था से जुड़े रखने की तैयारी की जा रही है। मंदिर का सियासी फ़ायदा उठाने के लिए उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों तक राम मंदिर मुद्दे को जिंदा रखा जाएगा।
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को लेकर तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। बाबरी ढाँचा विश्वंस पर भी जल्द ही फ़ैसला आने वाला है। विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार से ख़ास इंटरव्यू।
क्या अयोध्या में राम मंदिर उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव तक बन कर तैयार हो जाएगा? क्या राम मंदिर बनाने में कामयाबी उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा चुनाव का मुख्य मुद्दा होगा?
वर्षों से चले आ रहे अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 में फ़ैसला दिया। इस फ़ैसले की मुख्य बात यह रही कि अदालत ने विवादित स्थल रामलला को और मसजिद के लिए मुसलिम पक्ष को वैकल्पिक ज़मीन देने का आदेश दिया।