अयोध्या में बनने जा रहे रामजन्मभूमि मंदिर सहित 70 एकड़ परिसर की भव्यता पर 1,100 करोड़ रुपये ख़र्च होंगे। यह निर्माण कार्य 3 वर्ष में पूरा होने का अनुमान है।
राम मंदिर के निर्माण के लिए धन संग्रह को लेकर श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रभावशाली पदाधिकारियों व सदस्यों ने कई प्रांतों का दौरा करके संपर्क अभियान शुरू किया है।
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद अब 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव तक फिर से माहौल को राममय बनाने की तैयारी है।
बहुत से लोगों का मानना है कि अब हिंदुत्ववादी राजनीति का समय है, मगर सवाल उठता है कि ये राजनीति हमें कहाँ ले जाएगी? क्या ये उन समस्याओं का समाधान कर सकेगी जिनसे पूरा देश जूझ रहा है या ये केवल उन्माद से ही खेलती रहेगी? पेश है जाने-माने पत्रकार और राजनीतिक पंडित डॉ. वेदप्रताप वैदिक से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत
राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद एक बार फिर से ये माहौल बन गया है मानो अब हिंदुत्ववादी राजनीति ही अब हावी रहेगी और विपक्ष को उसके सुर में सुर मिलाना होगा। लेकिन क्या इसमें कुछ सचाई है, क्या विपक्षी दलों के पास कोई विकल्प नहीं बचा है ? पेश है वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश से मुकेश कुमार की बातचीत
अयोध्या में भूमि पूजन के बाद की राजनीति की दिशा और दशा क्या होगी? क्या इससे हिंदूत्ववादी राजनीति और भी आक्रामक होगी और होगी तो उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी?
अयोध्या में भूमि पूजन का कार्यक्रम जोरदार तैयारियों के बीच बुधवार को संपन्न हो गया। भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की नींव रखी।
प्रियंका का ट्वीट क्या काँग्रेस का सरेंडर है? क्या कोई विकल्प न होने के कारण उसे ऐसा करना पड़ा है या फिर बीजेपी से निपटने के लिए उसने नरम हिंदुत्व की रणनीति अपना ली है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की विवेचना।
5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात कही है।
बीजेपी नेता उमा भारती ने दो टूक कहा है कि ‘राम’ अयोध्या या भारतीय जनता पार्टी की बपौती नहीं हैं। वह राम मंदिर के भूमि पूजन आयोजन को लेकर खुले रूप से विरोध का स्वर क्यों दर्ज करा रही हैं।