ओआरएफ़ ने लिखा है कि अमेरिका और दुनिया को पता था कि बालाकोट का सच क्या है पर नई दिल्ली को चीन के ख़िलाफ़ अपने पाले में रखने के लिए पश्चिम ने भारत में फैलाए गए झूठ का पर्दाफाश नहीं किया। बालाकोट ने 2019 के चुनाव में मोदी जी के लिए वोट की फ़सल की बहार ला दी। दुनिया भर के विशेषज्ञों के हवाले से सवाल खड़ा कर रहे हैं शीतल पी सिंह।