रिपब्लिक टीवी चैनल के प्रमुख संपादक अर्णब गोस्वामी को पिछले साल आए टीआरपी स्कैम के मामले में अब आरोपी बनाया गया है। अब पुलिस ने इस मामले में सप्लिमेंट्री चार्जशीट यानी पूरक आरोप पत्र दायर किया है।
अर्णब गोस्वामी एक ऐसे टीवी मीडिया समाचार वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसका मक़सद अभद्र टिप्पणियों के माध्यम से राजनेताओं का चरित्र हनन करना तथा ग़ैरज़रूरी बहस में उलझाकर जनहित से जुड़ी ज़रूरी ख़बरों को हाशिये पर डालना शामिल है।
बार्क के जिस पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बयान से अर्णब गोस्वामी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पार्थो दासगुप्ता ने पुलिस को लिखित में बयान दिया है। बयान में उन्होंने अर्णब से घूस लेने की बात स्वीकारी है।
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा है कि रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाउ की रिपोर्टिंग एक नज़र में अवमानना वाली है। हालाँकि, कोर्ट ने इसके लिए कोई सज़ा नहीं सुनाई।
बार्क के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता और अर्णब गोस्वामी की वाट्सऐप चैट में मीडिया जगत से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों के बारे में अर्णब क्या राय रखते थे उसका खुलासा भी हुआ है। जानिए अर्णब इनके बारे में क्या सोचते हैं-
टीआरपी स्कैम में फँसे अर्णब गोस्वामी की जो कथित वाट्सऐप चैट लीक हुई है उनकी वह बातचीत टीआरपी तैयार करने वाली एजेंसी बार्क के तत्कालीन प्रमुख पार्थो दासगुप्ता के साथ है। आइए हम आपको बताते हैं कि क्या है उस चैट में-
अर्णब गोस्वामी अब बुरे फँस गए। पहले टीआरपी स्कैम में नाम आ रहा था। अब कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी का वाट्सऐप चैट लीक हुई है। वह चैट तत्कालीन टीआरपी तैयार करने वाले एजेंसी के प्रमुख और अर्णब गोस्वामी के बीच बतायी जा रही है।
मुंबई पुलिस ने टीआरपी स्कैम में कथित तौर पर अर्णब गोस्वामी का हाथ होने का पहली बार सबूत होने का दावा किया है। पुलिस ने अदालत में सोमवार को रिमांड रिपोर्ट पेश की है।
भारत में अभी तक नफरती कंटेट को लेकर कार्रवाई क्यों नहीं? किसान आंदोलन का हल नहीं चाहती है सरकार? लव जिहाद के मामले में पूरे परिवार को जेल क्यों भेजा जा रहा है? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
अर्णब गोस्वामी के जिस ‘रिपब्लिक भारत’ चैनल पर भारत में नफ़रत और धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप लगता रहा है उसी पर ब्रिटेन के प्रसारण नियामक ने भारी जुर्माना लगाया है। वह भी नफ़रत और असहिष्णुता फैलाने के लिए ही।
टीआरपी स्कैम के मामले में रिपब्लिक टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास खानचंदानी को मुंबई पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। यह इस मामले में 13वीं गिरफ़्तारी है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने टेलीविज़न चैनल रिपब्लिक टीवी और टाइम्स नाउ को निर्देश दिया है कि पूरे बॉलीवुड को आरोपों के कठघरे में खड़े करने वाले ग़ैर-ज़िम्मेदाराना, अपमानजनक या मानहानि करने वाली सामग्री न चलाएं।
सोशल मीडिया पर दो तसवीरें शेयर कर अर्णब गोस्वामी की पिटाई का दावा किया जा रहा है। आख़िर यह तसवीर सोशल मीडिया पर क्यों साझा की जा रही है और इसको साझा करने वाले लोग कौन हैं?
रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी को अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आज अर्णब की तरफ़ से उनके वकील मुंबई हाई कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर करेंगे।
अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी पर प्रेस की आज़ादी को लेकर हो-हल्ला क्यों है? क्या उनकी गिरफ़्तारी उनके चैनल रिपब्लिक टीवी पर किसी ख़बर को प्रकाशित करने को लेकर है? नहीं न? क्या यह पूरी तरह आपराधिक मामला है?