Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ट्विटर ने उपराष्ट्रपति नायडू के अकाउंट को किया अनवेरीफाइड। ट्विटर ने RSS नेताओं के अकाउंट से हटाया ब्लू टिक। देखिए सुबह तक की ख़बरें -
बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक दिल्ली में हो रही है। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित तमाम बड़े पदाधिकारी शामिल हो रहे हैं।
क्या आरएसएस का सेवा कार्य विशुद्ध रूप से राजनीतिक है, लोक कल्याण नहीं? क्या लोक कल्याण आरएसएस का सिर्फ़ मुखौटा है? कोरोना काल में आरएसएस का कौन सा मुखौटा दिखा है?
जब दिल्ली, लखनऊ से लेकर मुंबई, अहमदाबाद तक कोरोना से हाहाकार मचा हुआ था, अस्पतालों में बिस्तर नहीं थे, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो रहे थे तब आरएसएस स्वयंसेवक कहाँ थे?
नेहरू की पुण्यतिथि पर सोशल मीडिया ने जिस अंदाज में उन्हें याद किया वह हैरान करने वाला था .वजह पिछले कुछ वर्षों में नेहरू पर हमला तेज होता रहा है .इसी मुद्दे पर आज की जनादेश चर्चा में बातचीत राजनीतिक टीकाकार और लेखक विभूति नारायण राय से
शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने बीजेपी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी निशाने पर लिया है। राउत ने कहा, 'गंगा नदी में बहते हुए शव भी हिंदुत्व का ही मुद्दा है और यह राम मंदिर जितना ही महत्वपूर्ण भी है।’
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। RSS सरकार्यवाह की लखनऊ में बैठक!, क्या यूपी में होगा बदलाव?‘टूलकिट’: दो कांग्रेसी नेताओं को दिल्ली पुलिस का नोटिस। देखिए दोपहर तक की ख़बरें -
आरएसएस के तीन सबसे बड़े पदाधिकारियों की पिछले दिनों नागपुर मुख्यालय में हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई बताई कि असम और पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
क्या आरएसएस अब गोलवलकर का संघ नहीं रहा ? Republic of Hindutva किताब के लेखक बद्रीनाथ नारायण से जानिए RSS की सच्चाई। चर्चा में शामिल हैं वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी और आशुतोष। Satya Hindi
हरिद्वार में हो रहे कुंभ मेला के आयोजकों ने भीड़ नियंत्रण व यातायात प्रबंध के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मदद माँगी है। कुंभ मेला हरिद्वार के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने आरएसएस के प्रांत संघ चालक और प्रांत सरकार्यवाह को चिट्ठी लिखी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में दत्तात्रेय होसबोले का सरकार्यवाह चुने जाने के बाद अब नई टीम ने काम करना शुरू कर दिया है। नई टीम के पास दो बड़े काम हैं- 2024 में होने वाले आम चुनाव और 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष समारोह।
अगर हम खालिस रंग की ही बात करें तो रंगों को लेकर हर समाज की अपनी पसंद और नापसंद होती है। यह किसी भी समाज के अतीत से निकलती है और कईं बार उसे भविष्य की ओर ले जाती है।