आपातकाल में आरएसएस की भूमिका नहीं थी तो आरएसएस ने क्यों कहा था कि उसका जेपी आंदोलन से कोई लेना देना नहीं? देवरस ने क्यों इंदिरा गाँधी आपातकाल की तारीफ की थी?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने आरोग्य ऐप का यह कह कर विरोध किया है कि इससे विदेशी कंपनियों को मदद मिलती है और यह ग़ैरक़ानूनी है।
बीजेपी विधायक सुरेश तिवारी ने कहा है कि मुसलमानों से सब्जी न खरीदें। मुसलमानों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने की क्या वजह है? क्या है पूरा मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के सुर बदले हुए क्यों हैं? वे क्यों मुसलमानों के प्रति नरम दिखने की कोशिश कर रहे हैं? क्या है मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
सरकारी विश्वविद्यालय बीएचयू के परिसर में आरएसएस का झंडा हटाने की वजह से एक अफ़सर को इस्तीफ़ा देने को बाध्य कर दिया गया। उसके ख़िलाफ़ एफ़आईआर भी दर्ज कर दिया गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, भारतीय जनता पार्टी के लिए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण असली मुद्दा नहीं था, असली मुद्दा था, इसी बहाने केंद्र की सत्ता पर कब्जा करना।
‘राष्ट्रवाद’ और 'हिटलर के राष्ट्रवाद' के शोर के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की इस पर प्रतिक्रिया आयी है। उन्होंने कहा है कि भारत का ‘राष्ट्रवाद’ हिटलर के ‘राष्ट्रवाद’ से अलग है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने विजयदशमी पर स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा है कि लिन्चिंग विदेशी शब्द है जो भारत को बदनाम करने के लिए है।
सुनिये सच - दिनभर की बड़ी ख़बरों का विश्लेषण। ‘5 सालों में भारत की हालत देखकर महात्मा गाँधी भी दुखी होंगे’, गाँधी जयंती पर पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखा लेख।
आरएसएस और हिंदुत्ववादी भारत के मुसलमानों को औरंगज़ेब से प्रेरित क्यों मानते हैं और क्यों उन्हें गाहे-बगाहे औरंगज़ेब के भाई दारा शिकोह के रास्ते पर चलने की सलाह देते हैं?
श्वेत-नस्लवादी ब्रेन्टन टैरंट ने आख़िर क्यों 49 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जिन्हें वह जानता तक नहीं था? उसके दिमा में में उस वक़्त क्या चल रहा था?