क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘गुडबुक’ से लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और इंदौर की आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन ‘ताई’ पूरी तरह से बाहर हो गई हैं? क्या वह गवर्नर पद की हक़दार थीं?
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने पार्टी नेतृत्व से नाराज़ होकर इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फ़ैसला किया है। इसके साथ ही उनके राजनीतिक जीवन का अंत माना जा रहा है।
लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जौशी जैसे वरिष्ठ नेताओं के बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी पार्टी से नाराज़ हैं। उन्होंने एलान किया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी।