आशुतोष कैसे याद करते हैं सुषमा स्वराज की राजनीति को? वह क्यों सवाल पूछते हैं कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री नहीं होना चाहिए था? देखिए आशुतोष से साथ इन्हीं सवालों के जवाब।
सुषमा स्वराज अपने बेहद सहज और मिलनसार स्वभाव की वजह से राजनीतिक गलियारों में सबकी चहेती रहींं। सभी पार्टियों में नेताओं से उनके व्यक्तिगत अच्छे संबंध थे। उनकी यादें हमेशा ताज़ा रहेंगी।
सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुँचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफ़ी भावुक हो गए और वह रो पड़े। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुषमा स्वराज को उनके घर पर पहुँचकर श्रद्धांजलि दी।
भारत की विदेश मंत्री के तौर पर दुनिया के बड़े नेताओं के साथ काम करने वाली सुषमा स्वराज के निधन पर दुनिया भर के नेता शोक जता रहे हैं। जैसे-जैसे यह दुखद ख़बर नेताओं तक पहुँच रही है वे संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
विदेश मंत्री के अपने पूरे कार्यकाल के दौरान लोगों की मदद करने के लिए प्रसिद्ध रहीं सुषमा स्वराज ने सोशल मीडिया के माध्यम से विदेश मंत्रालय तक आम लोगों की पहुँच को आसान बना दिया।