राष्ट्रपति रचप तैयप अर्दोआन के नेतृत्व में तुर्की कट्टरपंथी इस्लाम के रास्ते पर चल पड़ा है। हागिया सोफिया म्यूजियम को मस्जिद में तब्दील करने का मसला हो या फिर खुद को इस्लामी देशों का नेता बनाने की कोशिश, हर जगह इसी कट्टरपंथी सियासत के लक्षण दिखलाई दे रहे हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
टीआरपी की जंग की वज़ह से न्यूज़ चैनल सुशांत की मौत को एक मनोरंजक खेल में तब्दील कर दिया है। मगर इसके पीछे और भी कई एजेंडे काम कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।Satya Hindi
जीएसटी मुआवज़े के मामले में मोदी सरकार के रवैये को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने मोर्चा खोल दिया है। वे इसे धोखाधड़ी और संघवाद पर हमला बता रहे हैं। क्या इस मोर्चेबंदी से मोदी सरकार का रुख़ बदलेगा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
जब से आमिर ख़ान तुर्की की प्रथम महिला एमिनी एर्दोगान से मिले हैं, संघ परिवार उन पर टूट पड़ा है। अब आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य ने भी उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोलते हुए उनकी देशभक्ति पर प्रश्न खड़े किए हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का बेबाक विश्लेषण
कांग्रेस की कार्यसमिति ने आज तय कर लिया कि सोनिया गाँधी फ़िलहाल अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले छह महीनों में नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। मगर कार्यसमिति के काम करने के तौर-तरीक़ों ने और ख़ास तौर पर राहुल गाँधी के अंदाज़ ने कुछ नए सवाल खड़े किए हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
बाम्बे हाईकोर्ट ने विदेशी तबलीग़ियों के ख़िलाफ़ एफआईआर रद्द करते हुए कहा है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया गया। कोर्ट ने मीडिया को दुष्प्रचार करने के लिए फटकार लगाई है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
बीजेपी ने शाहीन बाग़ पर प्रदर्शन करने वाले कुछ लोगों को पार्टी में शामिल किया है तो आम आदमी पार्टी ने शाहीन बाग़ के प्रदर्शनों को ही बीजेपी का चुनावी हथकंडा बता दिया है। सवाल उठता है कि दोनों पार्टियों की इस सियासत के मक़सद क्या हैं? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट- Satya Hindi
पाकिस्तान ने सोचा था कि सरूदी अरब को धमकाकर वह कश्मीर के मामले में इस्लामी देशों को समर्थन हासिल कर लेगा, मगर उसका दाँव उल्टा पड़ गया है। सऊदी अरब नाराज़ हो गया है और उसे मनाने के लिए उसे पैर रगड़ने पर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
देश की राजधानी दिल्ली में अगर पत्रकारों को मारा-पीटा जाए और महिला पत्रकार के साथ सार्वजनिक तौर पर यौन दुर्व्यवहार किया जाए तो इसके क्या मायने निकाले जाएं? क्या ये आने वाले भयावह समय के संकेत नहीं हैं? पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
पर्यावरण प्रभाव आकलन (Environment Impact Assesment) के मसौदे का ज़बर्दस्त विरोध हो रहा है, मगर सवाल उठता है कि क्या सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुँचाने के लिए किए जा रहे परिवर्तनों से पीछे हटेगी या अपने मन की करेगी? पेश है जानी-मानी पर्यावरण कार्यकर्ता और चिंतक मेधा पाटकर से वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत।
मोदी सरकार के पर्यावरण प्रभाव आकलन (Environment Impact Assessment) का मसौदा का ज़बर्दस्त विरोध हो रहा है। पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि इसको अगर मान लिया गया तो उद्योगपतियों और कारोबारियों को जल, जगल और ज़मीन की खुली छूट मिल जाएगी। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद अब बीजेपी नेताओं और संघ परिवार के सदस्यों की ओर से बात उठने लगी है कि मथुरा और काशी का एजेंडा पूरा किया जाना चाहिए। लेकिन ये इतना आसान नहीं होगा क्योंकि इसकी राह में एक कानून और संविधान खड़ा है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
प्रियंका का ट्वीट क्या काँग्रेस का सरेंडर है? क्या कोई विकल्प न होने के कारण उसे ऐसा करना पड़ा है या फिर बीजेपी से निपटने के लिए उसने नरम हिंदुत्व की रणनीति अपना ली है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की विवेचना।
न्यूयार्क टाइम्स की एक खोजी रिपोर्ट में जर्मनी में अतिवादी जर्मनों के बारे में बहुत ही ख़तरनाक़ जानकारियों का खुलासा किया गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणपंथी नस्लवादी संगठित हो रहे हैं और उनकी घुसपैठ सेना और पुलिस तक में हो गई है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैनी बाबू की गिरफ़्तारी से बौद्धिक एवं सांस्कृतिक जगत में ज़बर्दस्त गुस्सा है। उसने इसे बुद्धिजीवियों को कुचलने के सिलसिले की नई कड़ी बताया है। आख़िर सरकार ने क्यों हैनी बाबू को गिरफ़्तार किया है, क्या है उनका कसूर? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।