बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक अनैतिक कर्म को ही उजागर नहीं करता, बल्कि ये भी बताता है कि सत्ता के लिए वे अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक तरीक़े आज़माने में विश्वास रखते हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
अमेरिकी अख़बार वाल स्ट्रीट जनरल ने एक बार फिर से फेसबुक की पोल खोल दी है। इस बार अपने आंतरिक आकलन में बजरंगियों को ख़तरनाक़ मानने के बावजूद फेसबुक द्वारा कार्रवाई न करने पर उँगली उठाई है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
रूस को लग रहा है कि अमेरिका रूस और चीन को अलग-थलग करके अपना वर्चस्व कायम करने के इरादे से भारत को मोहरा बना रहा है। क्या इसमें कुछ सचाई है और अगर है तो भारत और रूस के संबंधों पर इसका क्या असर पड़ सकता है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी की यूपी में फिल्मसिटी बनाने की घोषणा के बाद से महाराष्ट्र सरकार के साथ उनकी नोंक-झोंक शुरू हो गई है। ऐसे में क्या ये नहीं लगता कि योगी की योजना राजनीतिक एजेंडे के तहत आगे बढ़ाई जा रही है? एक सवाल ये भी है कि क्या सचमुच में फिल्मसिटी बन भी पाएगी? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
केंद्रीय कानून मंत्री को ऐतराज़ है कि न्यायपालिका के रवैये को न्यायिक बर्बरता क्यों कहा जा रहा है। सवाल उठता है कि अगर न्याय व्यवस्था मानवीय मानदंडों को भूलकर फ़ैसले सुनाने लगे तो उसे बर्बरता क्यों नहीं माना जाना चाहिए? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
बिहार चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने पाँच सीटें क्या जीतीं, वे तमाम दलों के निशाने पर आ गए। अभी तक उन्हें बीजेपी का एजेंट भर कहा जाता था, मगर अब वे जिन्ना से लेकर गली के गुंडे तक जाने क्या-क्या कहे जाने लगे हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
हालाँकि लव जिहाद के सबसे बड़े झंडाबरदार योगी आदित्यनाथ रहे हैं, मगर अब दूसरे बीजेपी शासित राज्य भी इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठा रहे हैं। उन्होंने इसे रोकने के लिए कानून बनाने की भी घोषणा कर दी है। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
फ्रांस के बाद अब वियना में हुए आतंकवादी हमले के क्या हैं मायने? क्या इस्लामी कट्टरपंथी पूरे यूरोप में हिंसा फैला रहे हैं? और अगर ऐसा है तो इसके क्या नतीजे निकल सकते हैं?
नौकरियों के वादे को बोगस बताकर नीतीश ने क्या एक और ग़लती नहीं कर ली है? क्या जेडीयू और बीजेपी दोनों को इससे नुक़सान नहीं होगा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
नीतीश कुमार से लेकर नरेंद्र मोदी तक तेजस्वी पर निजी हमले पर क्यों उतर आए हैं? क्या तेजस्वी की बढ़ती लोकप्रियता ने उन्हें आतंकित कर दिया है? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
मतदाताओं को लुभाने के लिए पार्टियाँ आसमान से तारे तोड़ लाने की बातें भी कर देती हैं, मगर जो पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ हो, क्या उसे ऐसा वादा करना चाहिए, जिसमें भेदभाव प्रकट होता हो? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट''
अमरिंदर सरकार ने कृषि कानूनों की काट को तौर पर विधानसभा में तीन विधेयक पेश करके मोदी सरकार के ख़िलाफ़ जंग का ऐलान कर दिया है। इस टकराव का अंजाम क्या होगा क्या? दूसरे राज्य भी यही रास्ता अख़्तियार करेंगे? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi
जेडीयू बीजेपी पर एलजेपी से अवैध रिश्ते रखने का आरोप लगा रही है। बीजेपी इससे इंकार कर रही है, मगर एलजेपी के चिराग पासवान कह रहे हैं कि बीजेपी से मेरे जनम जनम के रिश्ते हैं। क्या है इस रिश्ते का सच? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
टीआरपी घोटाले के भंडाफोड़ होने के बाद से टीआरपी और भी संदिग्ध हो गई है। ऐसे में बार्क के सामने चुनौती है कि वह रेटिंग सिस्टम को ठीक करे। लेकिन वह क्या कर सकता है और क्या उससे दर्शकों को कोई फ़ायदा होगा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट। Satya Hindi