क्या भारत का विभाजन टाला जा सकता था? अंत-अंत तक जिन्ना की इच्छा यही थी कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान एक महासंघ का हिस्सा बनकर रहते। लेकिन नेहरू-पटेल जैसे कांग्रेसी नेता इस पर क्यों तैयार नहीं थे?
आज़ादी की लड़ाई के लिए कांग्रेस भी लड़ रही थी और मुसलिम लीग भी। एक समझौते के बाद दोनों साथ आए। लेकिन फिर इसमें दरार पड़ गई। आज़ादी के लिए लड़ रहे थे तो क्यों टूटी कांग्रेस और मुसलिम लीग की 12 साल पुरानी दोस्ती?
यह कहना कि जिन्ना ही पार्टिशन के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार थे, पूरी तरह ग़लत होगा। कारण यह कि अव्वल तो यह बँटवारा जिस दो क़ौमों के सिद्धांत के आधार पर हुआ था, वह जिन्ना का नहीं था।