बीजेपी ने बंगाल की तासीर को समझा ही नहीं है। ‘ख़ून के बदले ख़ून’ की नीति पर चलते हुए और तृणमूल से मुक़ाबले के नाम पर उसने पूरी पार्टी को गुंडों को सौंप दिया है।
जब ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री हमारे बारे में जिस तरह की बातें करते हैं कि मैं उनको लोकतंत्र का झन्नाटेदार थप्पड़ मारना चाहती हूँ तो मोदी ने उसे दीदी का थप्पड़ क्यों बना दिया?
पश्चिम बंगाल में इस बार संसदीय चुनाव का अब तक का सबसे जबरदस्त मुक़ाबला चल रहा है। टीएमसी और बीजेपी के बीच नोकझोंक से लगता है कि लड़ाई प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी के बीच हो।