नागरिकता क़ानून पर प्रदर्शन से क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डर गए हैं? क्या प्रदर्शनों में 'आज़ादी' वाले नारे से वह हिल गए हैं? आख़िर वह 'आज़ादी' के नारे पर देशद्रोह लगाने की धमकी क्यों दे रहे हैं? देखिए शैलेश की रिपोर्ट।
हिंदुत्ववादी विचारधारा वाले योगी आदित्यनाथ विवादों में क्यों रहे हैं? मुसलिमों के ख़िलाफ़ अक्सर विवादित बयान क्यों देते रहे हैं? अब उन्होंने क्यों कहा कि मुसलमानों की आबादी 7-8 गुणा बढ़ी है? उन्होंने ऐसा किस आधार पर कहा? क्या यह साफ़ झूठ नहीं है? उन्होंने ऐसा क्यों कहा? सत्य हिंदी पर देखिए आशुतोष की बात।
नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण को निलंबित किए जाने के बाद यह कहा जाने लगा है कि उन्होंने विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफ़ाश किया था, इसलिए उन्हें निशाना बनाया गया। लेकिन मामला सेक्स-चैट का भी है। क्या है सच?
उत्तर प्रदेश में हिंसा थम नहीं रही है, शुक्रवार को भी छह लोग मारे गए हैं। क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान से भड़क गए लोग? आख़िर सरकार स्थिति पर नियंत्रण पाने में सरकार क्यों नाकाम हो रही है। सत्य हिन्दी के ख़ास कार्यक्रम 'आशुतोष की बात' में देखें वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण।
उत्तर प्रदेश के संसदीय इतिहास में आज पहली बार ऐसा हुआ है कि सत्तारूढ़ दल के लोग अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ धरने पर बैठ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के विधायक सरकार के ख़िलाफ़ बग़ावत पर उतर आए हैं।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 38 साल पुरानी परंपरा को खत्म कर दिया है। जिसमें अब मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आयकर का भुगतान सरकारी खजाने से नहीं होगा। सत्य हिंदी
समाजवादी पार्टी और बीजेपी के बीच अली और बजरंग बली के नाम पर चुनावी जंग छिड़ी हुई है। इस समय इस तरह के भावनात्मक मुद्दे को उछालने के पीछे क्या है राजनीति?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब रविवार को दादरी में रैली को संबोधित कर रहे थे तब ताली बजाने वालों में अख़लाक़ की हत्या के आरोपी रैली में सबसे आगे थे। इसमें मुख्य आरोपी विशाल राणा भी शामिल था।