सावरकर को ‘वीर’ कहने और अंग्रेजों से उनकी माफ़ी का मुद्दा जब राष्ट्रवादी विमर्श के बहाने गरमाया हुआ है, इसी बीच शूजीत सरकार की फ़िल्म सरदार उधम आई हुई है। पढ़िए, फ़िल्म समीक्षा कैसे उन्होंने माफ़ी की सलाह ठुकरा फाँसी के फंदे पर झूल गए थे।
‘द फ़ादर’ डिमेंशिया के मरीज़ और उनकी बेटी के रिश्ते की कहानी है। इनके किरदार में आपको किसी परिचित बुज़ुर्ग की झलक दिखाई दे यह बहुत मुमकिन है। पढ़िए ‘द फ़ादर’ फ़िल्म की समीक्षा।
बेलबॉटम के निर्माताओं ने फ़िल्म को सच्ची घटना से प्रेरित बताया है। लेकिन फ़िल्म के दृश्यों में ऐसे तथ्य दिखाए गए हैं जो सच नहीं लगती हैं। पढ़िए फ़िल्म की समीक्षा की आख़िर कैसी है यह फ़िल्म।
फ़िल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा है कि नात्सी के समय के जर्मनी की तरह ही सत्तारूढ़ दल की विचारधारा का प्रोपेगैंडा करने वाली फ़िल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
राज कपूर, देवानंद और दिलीप कुमार की त्रिमूर्ति ने हिंदी सिनेमा को गढ़ने का काम किया है। दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में इंतकाल हो गया है। उनकी तुलना हॉलीवुड के शुरुआती मेथड एक्टर मार्लन ब्रैंडो से की जाती है।
फ़िल्म का नाम शेरनी सुन ऐसा लगता है कि विद्या ने ऐसे किसी दमदार चरित्र का किरदार निभाया होगा जो खलनायकों से लड़ते फ़िल्म ख़त्म करता है पर यहाँ फ़िल्म की शेरनी एक टी टू नाम की मादा बाघ है जो आदमखोर बन जाती है।
राज कपूर बेहद संवेदनशील इंसान थे और ज़मीन से जुड़े हुए। वे दुनिया के तमाम देशों में लोकप्रिय थे, लेकिन उसका कोई गुरूर उनके भीतर नहीं था। इसी वजह से वे जहाँ भी जाते, लोगों को अपना दीवाना बना लेते।
कृष्णा के साथ उनका दाम्पत्य जीवन ख़ुशनुमा था, मगर जैसा राज का मिजाज़ था, वैसी स्थिति में जो भी होना चाहिए था, वह सब कुछ होता रहा। राज कपूर ने एक जगह हल्के फुल्के अंदाज़ में कहा भी कि सिर्फ़ इसी स्त्री को मैं आज तक खुश नहीं कर पाया हूँ।
एक दिन साहस करके राज कपूर ने विवाह का प्रस्ताव रख दिया । अफ़सोस! हेमा ने आमंत्रण ठुकरा दिया और किसी अन्य से ब्याह रचा लिया। राजकपूर की हालत ख़राब हो गई। उनका दिल टूट गया।
जॉली एलएलबी वाले सुभाष कपूर हुमा क़ुरैशी को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से मिलते-जुलते किरदार में ढाल कर लाये हैं सोनी लिव पर बिहार की राजनीति पर बनी वेब सीरीज़ महारानी में।
महाराष्ट्र में कोरोना बेकाबू हो गया लगता है और इससे बॉलीवुड भी अछूता नहीं है। अक्षय कुमार से लेकर विक्की कौशल, भूमि पेडणेकर तक संक्रित हुए हैं। इनके साथ ही कई क्रू मेंबर भी पॉजिटिव पाए गए हैं।
2021 साहिर लुधियानवी का जन्म शताब्दी वर्ष है। आज अगर वह हमारे बीच होते तो सौ साल के हो गए होते। साहिर लुधियानवी का ये शेर एक तरह से उनकी समूची रचनात्मकता, उनकी शायरी, उनके तमाम फ़िल्मी नग्मों का निचोड़ है और बुनियाद भी।