क्या मशहूर वकील महमूद प्राचा को दिल्ली पुलिस इसलिए निशाना बना रही है कि वे दिल्ली दंगों में मुसलमानों की पैरवी कर रहे हैं? क्या वे गृह मंत्रालय के निशाने पर इसलिए हैं कि उन्होंने 22 आरएसएस कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ सबूत पेश कर उन्हें गिरफ़्तार करवाया था?
प्रस्ताव में कहा गया है कि निगम के 90 फ़ीसदी रेस्तरां में मीट परोसा जाता है लेकिन यह नहीं बताया जाता कि यह हलाल का है या फिर झटके का और इसी तरह मीट शॉप वाले भी इस बात को नहीं बताते।
दंगों से जुड़े कई मुक़दमों में पैरवी करने वाले प्रसिद्ध वकील महमूद प्राचा के कार्यालय की दिल्ली पुलिस ने तलाशी ली है। उनके ख़िलाफ़ अगस्त महीने में ही एफ़आईआर दर्ज की गई थी। उनपर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था।
दिल्ली जल बोर्ड के मुख्यालय में इसके उपाध्यक्ष राघव चड्ढा के कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। राघव चड्ढा ने आरोप लगाया है कि 'बीजेपी के गुडों' ने वह तोड़फोड़ की है।
किसान आंदोलन के बीच ही नये कृषि क़ानूनों की कॉपी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में फाड़ दी। केजरीवाल ने ऐसा क्यों किया, वह इतने आक्रामक क्यों हैं?
केजरीवाल ने जब कृषि क़ानूनों की कॉपी फाड़ी तो आम आदमी पार्टी के विधायकों ने डेस्क थपथपाकर उनके इस क़दम का स्वागत किया और जय जवान-जय किसान के नारे लगाए।
कोरोना फैलाने के आरोपों का सामना कर रहे तबलीग़ी जमात के सभी 36 विदेशियों को दिल्ली की एक अदालत ने बरी कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि आरोप लगाने वालों ने कोई सबूत पेश नहीं किया और गवाहों के बयानों में अंतर्विरोध हैं।
आम आदमी पार्टी नेता राधव चड्ढा और आतिशी मार्लेना को रविवार को तब हिरासत में ले लिया गया जब वे गृह मंत्री अमित शाह और अनिल बैजल के घर के बाहर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे थे।
देश की राजधानी दिल्ली की सुरक्षा इतनी ‘मजबूत’ है कि राज्य सरकार के उप मुख्यमंत्री के घर में दिन दहाड़े लफंगों की भीड़ घुस जाती है और उनके परिजनों को आतंकित कर देती है।