loader

शाह के घर के बाहर प्रदर्शन से पहले राघव चड्ढा हिरासत में

आम आदमी पार्टी नेता राधव चड्ढा और आतिशी मार्लेना को रविवार को तब हिरासत में ले लिया गया जब वे गृह मंत्री अमित शाह और अनिल बैजल के घर के बाहर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे थे। चड्ढा और आम आदमी पार्टी के नौ सदस्यों को राजेंद्र नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। हालाँकि कुछ देर बाद ही आतिशी को छोड़ दिया गया। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के फंड में गड़बड़ी के विरोध में वे प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन से पहले पार्टी ने दिल्ली पुलिस से धरना देने की अनुमति माँगी थी लेकिन उसने कोरोना गाइडलाइंस का हवाला देकर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। 

ख़ास ख़बरें

कुछ पार्षकों के साथ आप विधायक आतिशी मार्लेना एलजी के आवास पर पहुँची थीं, लेकिन उन्हें बैरिकेड्स को पार नहीं करने दिया गया। वे नारे लगा रहे थे और सीबीआई जाँच की माँग कर रहे थे। इस मामले को आतिशी ने ट्विटर पर जानकारी दी।

उन्होंने लिखा, 'मैं उत्तरी एमसीडी में 2500 करोड़ रुपये के घोटाले की सीबीआई जाँच के आदेश देने की माँग करने के लिए आप पार्षदों के साथ एलजी से मिलने गयी थी। हमसे मिलने के बजाय एलजी ने दिल्ली पुलिस से हमें हिरासत में भिजवा दिया!

एलजी किसे बचा रहे हैं? वह सीबीआई जाँच का आदेश क्यों नहीं देना चाहते?'

आप के ही एक और विधायक राघव चड्ढा को भी हिरासत में लिया गया। चड्ढा ने सवाल किया कि बीजेपी नेताओं को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध करने की अनुमति क्यों दी गई है? नगर निगम के महापौर बीजेपी के अन्य सदस्यों के साथ एक सप्ताह के लिए सीएम आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि धारा 144 और महामारी संबंधी दिशानिर्देश उन पर लागू नहीं होते हैं। 

चड्ढा ने एमसीडी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इसके साथ उन्होंने पुलिस द्वारा ख़ुद के हिरासत में लिये जाने की जानकारी और इसका एक वीडियो ट्वीट किया। 

हिरासत में लिए जाने से पहले चड्ढा ने उनके घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती पर हैरानी जताई थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा था कि 'हमने लिखित में पुलिस को सूचित किया कि हम सुबह 11 बजे गृह मंत्री के घर जाएँगे, लेकिन सुबह-सुबह ही मेरे घर के बाहर भारी पुलिस की तैनाती है। एसएचओ ने बिना किसी कारण बताए कहा है कि यदि आप घर से बाहर जाते हैं तो आपको हिरासत में लेने के लिए मजबूर होंगे।' 

बता दें कि आप ने आरोप लगाया है कि नॉर्थ एमसीडी ने दक्षिणी एमसीडी को 2,457 करोड़ की छूट दी थी। ये रुपये साउथ एमसीडी को मध्य दिल्ली में सिविक सेंटर बिल्डिंग के परिसर का उपयोग करने के लिए किराए के रूप में देना था, जो आधिकारिक रूप से नॉर्थ सिविक बॉडी की संपत्ति है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें