साल 2020 में पारित कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों का आन्दोलन नौ महीने बाद एक बार फिर ज़ोर पकड़ रहा है। हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुई ज़बरदस्त लाठीचार्ज और कई किसानों के घायल होने के अगले दिन रविवार को नूह में किसानों की महापंचायत हुई, प्रदर्शन हुआ।
इस किसान सभा की अगुआई संयुक्त किसान मोर्चा ने की। इसमें भारतीय किसान यूनियन के दर्शन पाल, राकेश टिकैत, बलबीर सिंह और स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने भी भाग लिया।
हालांकि इस बैठक का कार्यक्रम पहले से तय था, लेकिन इसमें शनिवार को हुई पुलिस ज़्यादती के प्रति गुस्सा साफ देखा जा सकता था।
किसानों ने दिल्ली-जलंधर राजमार्ग को जाम करने का एलान पहले ही कर रखा था।
राजमार्ग बंद
संयुक्त किसान मोर्चा ने दोपहर बाद जलंधर के पीएपी चौक को भी जाम करने की योजना बना रखी है। लुधियाना और अमृतसर जाने वाली सड़कें भी बंद कर दी जाएंगी।
पंजाब में भारतीय किसान यूनियन (उग्रहन) के प्रमुख जोगिंदर उग्रहन ने कहा है कि किसान दो राजमार्गों को ठप कर देंगे।
किसानों ने शनिवार को हरियाणा के करनाल में रास्ता जाम कर दिया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि किसी संगठन के कामकाज को रोकना अलोकतांत्रिक है। उन्होंने उसके पहले किसानों को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्होंने सीमा पार किया तो बहुत बुरा होगा।
करनाल का लाठीचार्ज
प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हरियाणा के करनाल में शनिवार को पुलिस ने जबरदस्त लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज से ग़ुस्साए किसानों ने हाईवे और कई सड़कों को जाम कर दिया। हरियाणा में कई और जगहों पर किसान सड़क पर उतर आए। बता दें कि दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसानों के आंदोलन को 9 महीने पूरे हो चुके हैं।
जाम लगने की वजह से दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ और कई किलोमीटर. लंबा जाम लग गया। पुलिस ने रात को किसानों के गिरफ़्तार साथियों को रिहा कर दिया और इसके बाद किसानों ने भी जाम खोल दिया।
किसान यहां हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओपी धनखड़ के काफ़िले का विरोध करने के लिए जमा हुए थे, जैसे ही धनखड़ का काफिला बस्तारा टोल प्लाज़ा पर पहुंचा, आरोप है कि किसानों ने उनकी कार पर हमला किया। किसानों ने उस जगह पहुंचने की कोशिश की, जहां पर धनखड़ बैठक लेने जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
I hope this video is edited and the DM did not say this… Otherwise, this is unacceptable in democratic India to do to our own citizens. pic.twitter.com/rWRFSD2FRH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 28, 2021
'सिर तोड़ दो'
सोशल मीडिया पर एक वीडियो है, जिसमें हरियाणा के करनाल ज़िले के एक सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट आन्दोलनकारी किसानों का सिर फोड़ने का निर्देश पुलिस वालों को देते हुए दिख रहे हैं। वे पुलिस कर्मियों को निर्देश देते हैं कि एक सीमा के आगे किसी किसान को किसी कीमत पर आगे नहीं बढ़ने दिया जाना चाहिए, भले इसके लिए उसका सिर फोड़ना पड़े।वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि करनाल के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट आयुष सिन्हा कुछ पुलिस कर्मियों के साथ खड़े हैं और उन्हें निर्देश दे रहे हैं। वे कहते हैं, "बात बहुत ही साफ है, जो भी हो, जहां से भी हो, उसे वहां तक पहुँचने की इजाज़त नहीं है। हमें इस लाइन को किसी भी हाल में पार नहीं करने देना है।"
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