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यूपी में बड़ी 'सर्जरी' करेगी बीजेपी, कटेंगे टिकट, सीटें भी बदलेंगी

दिल्ली फ़तह के लिए उत्तर प्रदेश को अहम मान रही भारतीय जनता पार्टी यहाँ बड़ी सर्जरी की तैयारी में है। महागठबंधन की काट, प्रियंका फ़ैक्टर से निपटने और एंटी इनकम्बेंसी को रोकने के लिए पार्टी बड़े पैमाने पर अपने मौजूदा सांसदों के टिकट काटने जा रही है। बीजेपी अपने कुछ दिग्गजों की सीटें भी बदल सकती है। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। चुनाव लड़ने से मना कर चुकीं उमा भारती को फिर से मैदान में उतरने को कह दिया गया है। 

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ज़्यादा उम्र के चलते चुनाव न लड़ने की आशंका के बीच मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्रा पर फिर से दाँव लगाया जा सकता है। टिकट कटने की जद में वे सांसद हैं जिनका प्रदर्शन ख़राब रहा है या वे एसपी-बीएसपी गठबंधन की जातीय गणित में फिट नहीं हो पा रहे हैं।

ढाई दर्जन सांसदों के टिकट कटना तय

ख़राब प्रदर्शन और जनता की नाराज़गी को थामने के लिए बीजेपी बड़े पैमाने पर अपने के सांसदों के टिकट काटने जा रही है। इनमें से कुछ सांसद तो भनक पाते ही कांग्रेस सहित अन्य दलों से सांठगांठ में जुट गए हैं, जबकि कुछ बड़े नेताओं का चक्कर काट कर फिर से मौका दिए जाने की बात कर रहे हैं। 

साक्षी महाराज को लिखनी पड़ी चिट्ठी 

उन्नाव से सांसद साक्षी महराज ने तो बाक़ायदा पत्र लिख कर उनका टिकट कटने पर पिछड़ी जातियों में होने वाले नुक़सान का हवाला दिया है और अपने कामों को भी गिनाया है। साक्षी महाराज ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे को चिट्ठी लिखी है। हालाँकि चिट्ठी के वायरल हो जाने पर उन्होंने इससे इनकार भी कर दिया। 
बीजेपी नेताओं के मुताबिक़, सबसे ज़्यादा तादाद में पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य हिस्से के सांसदों के टिकट कटेंगे। पश्चिम में कुछ जगहों को छोड़ कर ज़्यादा छेड़छाड़ नहीं की जाएगी।

  • इनके टिकटों पर मंडराया ख़तरा 

  • बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक़, अकबरपुर से देवेंद्र सिंह भोले, इलाहाबाद से श्यामाचरण गुप्ता, अंबेडकरनगर से हरिओम पांडे, आंवला से धर्मेंद्र कुमार, बलिया से भरत सिंह, भदोही से वीरेंद्र सिंह, धौरहरा से रेखा वर्मा, इटावा से अशोक कुमार दोहरे, फतेहपुर से निरंजन ज्योति, फतेहपुर सीकरी से बाबूलाल, घोसी से हरिनारायण राजभर, हमीरपुर से पुष्पेंद्र सिंह, हरदोई से अंशुल वर्मा, जौनपुर से केपी सिंह, कुशीनगर से राजेश पांडे, मछलीशहर से रामचरित्र निषाद, मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल, मिश्रिख से अंजूबाला, रामपुर से नेपाल सिंह, राबर्ट्सगंज से छोटेलाल, सलेमपुर से रवींद्र कुशवाहा, संभल से सत्यपाल सिंह, श्रावस्ती से दद्दन मिश्रा और बाराबंकी से प्रियंका रावत उन वर्तमान सांसदों में शामिल हैं जिनके टिकट कट सकते हैं।

उमा, जोशी, कलराज को उतारेगी पार्टी 

लोकसभा चुनावों का बिगुल बजने से पहले झांसी से सांसद उमा भारती ने सार्वजनिक रूप से इस बार चुनाव न लड़ने का एलान किया था। कलराज मिश्रा को केंद्रीय मंत्रिमंडल से उम्र के चलते हटाकर मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया था। कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी को सरकार में मंत्री पद न देते हुए हाशिए पर ही रखा गया था। 

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बदली हुई परिस्थितियों में न केवल उमा भारती को फिर से चुनाव लड़ने को कहा गया है, बल्कि कलराज मिश्रा को भी मैदान में उतरने के लिए बोल दिया गया है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि मुरली मनोहर जोशी अगर ख़ुद मना करते हैं तो ही उनका टिकट कटेगा वरना वह भी इस बार मैदान में होंगे और कानपुर सीट से ही लड़ेंगे।

राजनाथ सिंह की सीट बदलेगी!

फिर से लखनऊ से भाग्य आजमाने की तैयारी में जुटे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की सीट बदले जाने की चर्चा जोरों पर है। बीजेपी के प्रदेश स्तरीय नेताओं का कहना है कि लखनऊ सीट पर विपक्ष की ओर से मजबूत प्रत्याशी आने की आशंका या प्रियंका गाँधी के उतरने की संभावना को देखते हुए यह राजनाथ सिंह की सीट बदली जा सकती है। इस बात की बड़ी संभावना है कि लखनऊ को देश भर में अपने सबसे लिए मुफ़ीद सीट मानने वाली बीजेपी यहाँ से किसी बड़े चेहरे को उतार कर माहौल बनाने का काम करे। 

सीट बदले जाने पर राजनाथ सिंह गौतमबुद्धनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। राजनाथ के बेटे पंकज सिंह इसी लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली नोएडा विधानसभा सीट से भारी मतों से विधायक चुने गए थे। राजनाथ सिंह के गौतमबुद्धनगर जाने की एक बड़ी वजह इस सीट पर क्षत्रिय मतों की बड़ी तादाद भी हो सकती है।

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कुमार तथागत

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