स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से मध्य प्रदेश के सबसे समृद्ध माने जाने वाले इंदौर शहर से एक ‘भयावह तसवीर’ मंगलवार को सामने आयी। कोरोना संदिग्ध एक वृद्ध की कथित रूप से वक़्त पर समुचित उपचार और एम्बुलेंस नहीं मिल पाने के कारण मौत हो गई।
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मौत होने पर मृतक के शव को छूने-चूमने और नहलाने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सरकार ने शवों को जलाने और दफनाने को लेकर एक पूरी गाइडलाइन जारी कर दी है।
मध्य प्रदेश के सिंगरौली ज़िले के शासन में रिलायंस घराने (अनिल अंबानी समूह) के बिजलीघर का फ्लाई एश डैम टूट गया है। तेज़ बहाव में दो लोगों की मौत हो गयी है जिनमें एक बच्चा शामिल है जबकि कई लोग लापता हैं।
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य महकमे के आला अफ़सरों ने क्या तब्लीग़ी मरकज़ के मुखिया मौलाना साद की तरह ‘बर्ताव’ नहीं किया है? क्या अफ़सरों ने विदेश यात्रा की जानकारी छुपाई और लापरवाही बरती?
क़रीब पचास किलोमीटर का सफर पैदल तय कर पति के साथ इंदौर से अपने मायके उज्जैन पहुँची एक बेटी को माँ ने इस कारण घर में नहीं घुसने दिया कि, ‘तुम्हें घर में एंट्री दी तो हम भी मुसीबत में आ जायेंगे।’
भोपाल में कोरोना का संक्रमण तेज़ी से फैलने के कारण पूर्ण लाॅकडाउन करने का आदेश जारी कर दिया है। किराना और अन्य उन दुकानों को अब अपनी दुकानें खोलने की अनुमति नहीं होगी। पूर्ण लाॅकडाउन में मेडिकल स्टोर और दूध पार्लर ही खोले जा सकेंगे।
इंदौर के टाटपट्टी बाखल में कोरोना संदिग्धों की स्क्रीनिंग का काम फिर तेज़ हो गया है। शुक्रवार को उन्हीं डाॅक्टरों ने इस बस्ती में कोरोना के संदिग्धों के सैंपल लिए जिन्हें बुधवार को भीड़ ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था और पत्थर मारे थे।
इंदौर में डाॅक्टरों और अन्य कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के आरोप में गिरफ्तार किये गये चार अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की गई है।