नवजोत सिंह सिद्धू क्या राज्य में पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद भी पंजाब कांग्रेस का संकट और बढ़ाएँगे? उन्होंने क्यों कहा कि वह आख़िरी दम तक लड़ते रहेंगे?
कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि सिद्धू का इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया है और जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा। तो क्या सिद्धू अपना फ़ैसला वापस लेंगे? और चन्नी कैबिनेट ने आज बैठक क्यों बुलाई?
पंजाब कांग्रेस में लगता है कि संकट अभी ख़त्म नहीं हुआ है। दलित नेता के नया मुख्यमंत्री बनने और कैप्टन अमरिंदर की छुट्टी के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने आख़िर इस्तीफ़ा क्यों दिया?
चरणजीत सिंह चन्नी सरकार के 15 मंत्रियों पर नज़र डालने से साफ दिखता है कि कैप्टन अमरिंदर के विरोधियों और उनके समर्थकों को समान रूप से जगह दी गई है। जातीय समीकरण का भी ध्यान रखा गया है।
कांग्रेस ने पंजाब के चरणजीत सिंह चन्नी सरकार में बदलाव करते हुए सात मंत्रियों को निकाला जा सकता है जबकि पाँच नए लोगों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के नये मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इसके साथ ही वह पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए हैं। जानिए, मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने क्या कहा।
पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में लड़ने के पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज हरीश रावत के बयान पर घमासान तेज़ होने के आसार हैं। जानिए, इस बयान पर सुनील जाखड़ ने क्या आपत्ति जताई है।
कांग्रेस ने तमाम अटकलों को खारिज करते हुए चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का नया मुख्यमंत्री घोषित किया है। इससे पहले ख़बर आई थी कि सुखजिंदर सिंह रंधावा अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
अंबिका सोनी पंजाब की नयी मुख्यमंत्री नहीं हो सकती हैं, उन्होंने खुद ही उस पद को लेने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। आख़िर वह किसको मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में हैं?